इस पर संभागायुक्त ने कहा कि कुछ ऐसी व्यवस्थाएं हैं जिनकी तकनीकी स्वीकृति का सॢटफिकेट चिन्हित एजेंसियों से कराया जाना है। संबंधित विभाग यह कार्य जल्द संपादित कराएंगे। फायर फाइटिंग सिस्टम, आक्सीजन सप्लाई सहित अन्य व्यवस्थाओं पर कहा कि इनका सत्यापन करने वाली एजेंसी बुलाई जाए और उसके सर्टिफिकेशन के बाद ही विभाग स्वीकार करेगा। संभागायुक्त ने बताया है कि जुलाई महीने के आखिरी सप्ताह तक ये व्यवस्थाएं हो जाएंगी और भवन हैंडओवर होगा। इसके बाद जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अगस्त महीने में इसकी शुरुआत कराई जा सकती है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि बिल्डिंग का निर्माण पूरा होने के बाद अब पीडब्ल्यूडी, बिजली, पीएचइ सहित अन्य जवाबदेह विभागों के अधिकारी व्यवस्थाओं का परीक्षण कर रहे हैं। इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम सभाजीत यादव, डीन मेडिकल कॉलेज पीसी द्विवेदी, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग जीआर गुजरे, अधीक्षण यंत्री बीके झा, डॉ. सुधाकर द्विवेदी, डॉ. राजीव द्विवेदी, डॉ. विश्वदीपक द्विवेदी, डॉ. विवेक शर्मा, डॉ. रंजीत झा, डॉ. अभिजीत सिंह, डॉ. संतोष पाठक, डॉ. रवि सहित अन्य चिकित्सक, अधिकारी एवं निर्माण कंपनी के लोग मौजूद रहे।
– अतिक्रमण हटाने का दिया निर्देश
सुपर स्पेशलिटी के सामने दुकानें एवं अन्य अतिक्रमण पर संभागायुक्त ने कहा कि इसे जल्द हटाया जाए। निगम आयुक्त से कहा कि इसके लिए कलेक्टर के साथ बैठक कर योजना बनाएं और कार्रवाई करें। कुछ अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाए जाने का कुछ दुकानदार विरोध कर रहे हैं, इस पर संभागायुक्त ने कहा कि अवैध कब्जा वालों को हटाया जाएगा और जो नियमानुसार रह रहे हैं, उन्हें दूसरी जगह व्यवस्थित करने का भी इंतजाम होगा।
– ये भी अधिकारियों को दिए निर्देश
– वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, स्वच्छता और सोलर पैनल शहर के आदर्श बने, ऐसी व्यवस्था बनाएं।
– अस्पताल में हर जगह हिन्दी और अंग्रेजी के स्पष्ट अक्षरों में जानकारी लिखी जाए।
– स्टाफ की कमी को जल्द पूरा किया जाए।
– प्रकाश और शुद्ध पानी के साथ ही फर्नीचर व्यवस्था में कमी नहीं हो।
– मेडिकल कालेज प्रबंधन इसके लोकार्पण से पहले हर छोटी-बड़ी व्यवस्थाओं का सत्यापन कराए।