किसे दिखाएं, इसे लेकर भ्रमित मरीज
दूसरे दिन दूर दराज से आए मरीज दो स्थानों पर ओपीडी संचालित होते देख भ्रमित हो रहे हैं। एक ओर सीनियर डॉक्टर तो दूसरी ओर जूनियर। मरीज पर्ची कटवाने के बाद काफी देर तक इसी उहापोह में भटकता रहता है। सीधी से आए राम दुलारे साकेत के साथ भी ऐसा ही हुआ। पेट दर्द से कराहता मरीज पहले मेडिसिन विभाग की ओपीडी गया। वहां दिखाकर फिर लौटा तो जूनियर डॉक्टरों को दिखाया। दरअसल मरीजों को सीनियर और जूनियर की पहचान नहीं है। वह अच्छे इलाज के फेर में हैं।
प्रतिकूल मौसम ने बढ़ाई भीड़
विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में प्रतिकूल मौसम ने भीड़ बढ़ा दी है। इस समय ओपीडी में दो हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे समय में दो स्थानों पर ओपीडी ने मरीजों की परेशानी और बढ़ा दी है। बीते तीन दिनों में 6 हजार मरीज ओपीडी में पहुंच चुके हैं। वायरल फीवर, सिरदर्द, चक्कर आने, डायरिया, दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं। मेडिसिन और शिशु रोग विभाग की ओपीडी में अकेले 350 से 400 मरीज पहुंच रहे हैं।