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जूडॉ आंदोलित, दो राहे पर मरीज

locationरीवाPublished: Jul 21, 2018 12:22:26 pm

Submitted by:

Dilip Patel

श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने कहा मागें न मानने तक जारी रखेंगे आंदोलन

shyamshah medical college Junior Doctor Strike,the patient in problem

shyamshah medical college Junior Doctor Strike,the patient in problem

रीवा। मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर दूसरे दिन भी जूनियर डॉक्टरों ने समानांतर ओपीडी चलाई। करीब ढाई सौ मरीजों को देखा गया। जबकि अस्पताल की ओपीडी सीनियर के हवाले रही।


जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले डेढ़ सौ जूनियर डॉक्टर आंशिक हड़ताल पर हैं। मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। 22 जुलाई तक समानांतर ओपीडी सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलाएंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. शरद साहू ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से प्रतिनिधि मंडल मिल चुका है लेकिन अभी तक मानदेय बढ़ाने की मांग पूरी नहीं हुई है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टर आंदोलन पर हैं। समानांतर ओपीडी चलाने से मरीजों को असुविधा नहीं हो रही है। वार्ड ड्यूटी सभी जूनियर डॉक्टर कर रहे हैं। उधर मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पीसी द्विवेदी ने कहा कि जूडॉ से बात की गई है। वे मानदेय बढ़ोत्तरी चाहते हैं। 22 जुलाई तक देखा जाएगा। अगर वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था और शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।

किसे दिखाएं, इसे लेकर भ्रमित मरीज
दूसरे दिन दूर दराज से आए मरीज दो स्थानों पर ओपीडी संचालित होते देख भ्रमित हो रहे हैं। एक ओर सीनियर डॉक्टर तो दूसरी ओर जूनियर। मरीज पर्ची कटवाने के बाद काफी देर तक इसी उहापोह में भटकता रहता है। सीधी से आए राम दुलारे साकेत के साथ भी ऐसा ही हुआ। पेट दर्द से कराहता मरीज पहले मेडिसिन विभाग की ओपीडी गया। वहां दिखाकर फिर लौटा तो जूनियर डॉक्टरों को दिखाया। दरअसल मरीजों को सीनियर और जूनियर की पहचान नहीं है। वह अच्छे इलाज के फेर में हैं।

प्रतिकूल मौसम ने बढ़ाई भीड़
विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में प्रतिकूल मौसम ने भीड़ बढ़ा दी है। इस समय ओपीडी में दो हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे समय में दो स्थानों पर ओपीडी ने मरीजों की परेशानी और बढ़ा दी है। बीते तीन दिनों में 6 हजार मरीज ओपीडी में पहुंच चुके हैं। वायरल फीवर, सिरदर्द, चक्कर आने, डायरिया, दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं। मेडिसिन और शिशु रोग विभाग की ओपीडी में अकेले 350 से 400 मरीज पहुंच रहे हैं।
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