जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार है। जबकि 84 गांव के मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। इन दिनों मौसमी बीमारियां बढ़ रही हैं जिससे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन सुविधाओं के नाम पर अस्पताल में कुछ भी नहीं है। शनिवार 12 बजे जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर में पत्रिका टीम पहुंची तो पाया कि गर्भवती महिलाओं के कक्ष में पंखे बन्द पड़े थे। भीषण गर्मी से महिलाएं परेशान थी। वहीं बेड पर चादर भी नहीं थे। शनिवार को अस्पताल में लगभग ५२ मरीज पहुंचे थे। तिलखन से आई किरण गोस्वमी गर्भवती महिला ने बताया कि घर से ही चादर लाना पड़ता है, अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं देवास से आई आरती साकेत ने बताया कि वे शुक्रवार से से भर्ती हैं, लेकिन पंखा खराब है। जिससे इस उमस भरी गर्मी में भारी परेशानी हो रही है।
दीवारों में दरारें, खुले बिजली उपकरण
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने ही कक्ष के दीवार में दरारें आ चुकी हैं। जिससे मरीजों को खतरा बना हुआ है। लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही हैै। वहीं बिजली उपकरण का बॉक्स खुला छोड़ दिया गया है। जिससे हमेश करंट फैलने का खतरा बना रहता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने ही कक्ष के दीवार में दरारें आ चुकी हैं। जिससे मरीजों को खतरा बना हुआ है। लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही हैै। वहीं बिजली उपकरण का बॉक्स खुला छोड़ दिया गया है। जिससे हमेश करंट फैलने का खतरा बना रहता है।
मोटी की जगह पतली लगा दी रेलिंग
दिव्यांगों के लिए रेलिंग का इंतजाम किया गया है। लेकिन ठेकेदार ने मानक के अनुसार रेलिंग नहीं लगाई। पतली और कमजोर रेलिंग लगाई गई है। जिससे दिव्यांग व्यक्ति के पकडऩे से कभी भी टूट सकती है। इस संबंध में जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर डॉ. एमएस सिद्दीकी ने कहा अस्पताल में जो कमियां है उसे हम दिखवाएंगे। पंखा जल्द ठीक करा दिया जाएगा। जहा रेलिंग की बात है वह मोटी वाली ही लगाई गई।
दिव्यांगों के लिए रेलिंग का इंतजाम किया गया है। लेकिन ठेकेदार ने मानक के अनुसार रेलिंग नहीं लगाई। पतली और कमजोर रेलिंग लगाई गई है। जिससे दिव्यांग व्यक्ति के पकडऩे से कभी भी टूट सकती है। इस संबंध में जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर डॉ. एमएस सिद्दीकी ने कहा अस्पताल में जो कमियां है उसे हम दिखवाएंगे। पंखा जल्द ठीक करा दिया जाएगा। जहा रेलिंग की बात है वह मोटी वाली ही लगाई गई।