अब बरसात की वजह से घाटी की सड़क दबने लगी है। कई जगह सड़क अधिक धंस गई है, जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन अनियंत्रित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस मार्ग में बड़ी संख्या में हैवी वाहन चलते हैं। इनदिनों बरसात की वजह से सड़क पर वाहनों के गुजरने पर उनका भार नजर भी आने लगा है।
सोहागी घाटी में कई स्थानों पर सड़क पहले की तुलने में आधा फीट से एक फीट तक गहराई में दब गई है। कुछ जगह पर सड़क डिवाइडर के हिस्से में दबी है, जिसकी वजह से वाहन डिवाइडर से भी टकरा रहे हैं। सोहागी घाटी के नजदीक ही ठेका कंपनी ने टोल प्लाजा भी बना रखा है, जहां पर वाहनों से टोल टैक्स वसूला जा रहा है।
वहीं चंद मीटर की दूरी पर सड़क की स्थिति का पता ठेका कंपनी बंसल गु्रप नहीं लगा पा रही है। कंपनी की ओर से कलेक्टर की फटकार के बाद सड़क मरम्मत की खानापूर्ति की गई है। बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कंपनी की ओर से गंभीर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
———
दस दिन का समय पूरा, व्यवस्थाओं में सुधार नहीं
———
दस दिन का समय पूरा, व्यवस्थाओं में सुधार नहीं
लगातार सोहागी पहाड़ पर बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कलेक्टर ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों को मौके पर जाकर व्यवस्थाएं बनाने और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था। मौके का निरीक्षण करने के साथ ही एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने ठेका कंपनी को दस दिन का समय दिया था। जिसमें कहा गया था कि सड़क जहां पर दबी है उसकी मरम्मत कराई जाए और डिवाइडर में नए सिरे से पोताई करने के साथ ही संकेतक बोर्ड लगाए जाएं। रात्रि के समय भी सड़क के संकेतक स्पष्ट दिखाई दें, इसका भी प्रावधान करने का निर्देश दिया था। उक्त अवधि पूरी हो गई है लेकिन कंपनी की ओर से निर्देशों के तहत व्यवस्थाएं नहीं बनाई गई हैं।
—————
स्पीड ब्रेकर पर निशान नहीं बनाए
सोहागी पहाड़ पर कुछ जगह वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। यह ब्रेकर सीधे सड़क पर बनाकर ठेका कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी पूरी समझ ली। जबकि यहां पर सफेद रंग की पट्टी होना चाहिए, जो दूर से ही वाहन चालकों को नजर आए कि उक्त स्थान पर स्पीड ब्रेकर है। इसके साथ ही उसके पहले भी सड़क किनारे बोर्ड लगाना जरूरी होता है कि कितनी दूरी पर ब्रेकर आएगा। इससे तेज गति से जा रहे वाहन चालकों को अपना नियंत्रण बनाने में सहूलियत होती है।
————-
शिकायतों पर हुई कार्रवाई की जानकारी लेने पहुंचे लोग
कुछ दिन पहले ही क्षेत्रीय लोगों ने त्योंथर के एसडीएम को ज्ञापन दिया था कि क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते सड़क के सुधार की व्यवस्था बनाएं। लोगों ने कहा था कि वह सप्ताह भर बाद फिर आएंगे। इसलिए त्योंथर एसडीएम कार्यालय लोग पहुंचे थे लेकिन जिस दौरान वे पहुंचे एसडीएम से मुलाकात नहीं हो पाई। इसलिए कहा है कि बाद में फिर वह जानकारी लेंगे कि उनकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई। वहीं सोहागी थाने में भी सड़क निर्माण कंपनी की भूमिका तय करने के साथ एफआइआर दर्ज करने की मांग की शिकायत की जा चुकी है।
———