यह तकनीकी है स्पीड रडार गन। रीवा पुलिस को पुलिस मुख्यालय से ये स्पीड रडार गन मिल चुकी है। इसका इस्तेमाल कैसे करना है इसका प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है। ऐसे में अब सड़कों पर फर्राटा भरने वाले वाहनों को सबूत के साथ पकड़ना आसान होगा। इसके लिए रीवा पुलिस को पुलिस मुख्यालय प्रशिक्षत कर रहा है। ये चार दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हुआ। इसके तहत पहले दिन इन गन के
उपयोग की प्रारंभिक प्रक्रिया समझाई गई।
ट्रैफिक डीएसपी मनोज वर्मा, ट्रैफिक इंचार्ज अखिलेश सिंह कुशवाह और सूबेदार दिलीप तिवारी स्पीड रडार गन के उपयोग के प्रशिक्षण में शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रशिक्षण में विलंब हुआ, अन्यथा स्पीड रडार गन का उपयोग काफी पहले शुरू हो गया होता। अह ट्रेनिंग पूरी होते ही इस गन की मदद से ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर फर्राटा मारने वाले वाहनों गति को माप सकेगी और जो वाहन तेज गति से चलेगा, उसका मौके पर ही चालान काट सकेगी।
ट्रैफिक डीएसपी मनोज वर्मा, ट्रैफिक इंचार्ज अखिलेश सिंह कुशवाह और सूबेदार दिलीप तिवारी स्पीड रडार गन के उपयोग के प्रशिक्षण में शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रशिक्षण में विलंब हुआ, अन्यथा स्पीड रडार गन का उपयोग काफी पहले शुरू हो गया होता। अह ट्रेनिंग पूरी होते ही इस गन की मदद से ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर फर्राटा मारने वाले वाहनों गति को माप सकेगी और जो वाहन तेज गति से चलेगा, उसका मौके पर ही चालान काट सकेगी।