परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे रविवार सुबह कलेक्टर व एसपी ने परिजनों से बात करने का प्रयास किया लेकिन आंदोलनकारी व परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे। करीब डेढ़ बजे मृतक का बेटा संजय पटेल मंडी पहुंचा। दोपहर बाद भाजपा से जुड़े समाज के नेता परिजनों के साथ मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के अवास पर मुलाकात की। मंत्री ने परिजनों से उनकी मांगों के संबंध में चर्चा की। मंत्री के आश्वासन पर परिजन संतुष्ट हो गए और शव का पोस्टमार्टम करवाने को राजी हो गये।बैठक के बाद परिजन सीधे अस्पताल पहुंच गये। इस दौरान अस्पताल में कलेक्टर प्रीति मैथिल, एसपी सुशांत सक्सेना, एडीशनल एसपी आशुतोष गुप्ता सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा। पूरा अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। पुलिस ने पंचनामा करवाकर शव उनके सुपुर्द कर दिया। दो दिनों से चल रहा बवाल दोपहर समाप्त हो गया।
मंडी परिसर में भाजपा व कांग्रेस नेताओं में नोंकझोंक
दोपहर परिजनों से बात करने के लिए भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा सहित भाजपा के कई नेता पहुंच गये। इस दौरान सांसद द्वारा मांगों के संबंध में चर्चा करने के लिए परिजनों को मंत्री के आवास में ले जाने की बात कही जिससे आंदोलन पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र हो गये। इस दौरान भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। बात झूमाझटकी तक पहुंच गई लेकिन पुलिस ने बीचबचाव कर विवाद को शांत करा दिया। बाद में परिजन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष माया सिंह, पूर्व महापौर शिवेन्द्र पटेल, उमाशंकर पटेल, पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल सहित मंत्री से मिलने उनके आवास पहुंच गये। उधर, घटना स्थल पर भाकियू नेता अनिल सिंह सहित आप पार्टी के गौरव वर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता पूरी रात धरना स्थल पर बैठे रहे। दोपहर बाद दो बजे जैसे ही मंत्री के यहां मामला सुलट गया वैसे ही नेता चलते बने।
भारी पुलिस बल के साथ रवाना किया गया शव
अस्पताल से किसान के शव को भारी पुलिस बल के बीच गृहग्राम ब्यौहरा रवाना किया गया। अस्पताल से सिविल लाइन, विवि सहित कई अन्य थानों का बल शव वाहन के साथ-साथ चल रहा था। ब्यौहरा पहुंचने पर किसान के घर के पास भारी पुलिस बल मौजूद रहा। ला एण्ड आर्डर की स्थिति को देखते हुए सुबह से ही अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। चोरहटा पुलिस ने इस मामले में चालक के खिलाफ धारा 304ए का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गृहग्राम में हुआ अंतिम संस्कार
सांयकाल किसान के शव का उनके गृहग्राम में अंतिम संस्कार किया गया।अंतिम संस्कार की परिजनों ने सारी तैयारियां पूर्ण कर ली थी। सांयकाल पुत्र ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा जो अंतिम संस्कार के बाद वापस लौट आया।
मंडी परिसर में भाजपा व कांग्रेस नेताओं में नोंकझोंक
दोपहर परिजनों से बात करने के लिए भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा सहित भाजपा के कई नेता पहुंच गये। इस दौरान सांसद द्वारा मांगों के संबंध में चर्चा करने के लिए परिजनों को मंत्री के आवास में ले जाने की बात कही जिससे आंदोलन पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र हो गये। इस दौरान भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। बात झूमाझटकी तक पहुंच गई लेकिन पुलिस ने बीचबचाव कर विवाद को शांत करा दिया। बाद में परिजन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष माया सिंह, पूर्व महापौर शिवेन्द्र पटेल, उमाशंकर पटेल, पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल सहित मंत्री से मिलने उनके आवास पहुंच गये। उधर, घटना स्थल पर भाकियू नेता अनिल सिंह सहित आप पार्टी के गौरव वर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता पूरी रात धरना स्थल पर बैठे रहे। दोपहर बाद दो बजे जैसे ही मंत्री के यहां मामला सुलट गया वैसे ही नेता चलते बने।
भारी पुलिस बल के साथ रवाना किया गया शव
अस्पताल से किसान के शव को भारी पुलिस बल के बीच गृहग्राम ब्यौहरा रवाना किया गया। अस्पताल से सिविल लाइन, विवि सहित कई अन्य थानों का बल शव वाहन के साथ-साथ चल रहा था। ब्यौहरा पहुंचने पर किसान के घर के पास भारी पुलिस बल मौजूद रहा। ला एण्ड आर्डर की स्थिति को देखते हुए सुबह से ही अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। चोरहटा पुलिस ने इस मामले में चालक के खिलाफ धारा 304ए का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गृहग्राम में हुआ अंतिम संस्कार
सांयकाल किसान के शव का उनके गृहग्राम में अंतिम संस्कार किया गया।अंतिम संस्कार की परिजनों ने सारी तैयारियां पूर्ण कर ली थी। सांयकाल पुत्र ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा जो अंतिम संस्कार के बाद वापस लौट आया।
एक सप्ताह में मांग पूरी करने का आश्वासन
बताया गया कि मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मृतक किसान के बेटे सेना में पदस्थ संजय पटेल की सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात कराई। संजय ने कहा कि हमारे पिता तो चले गए, लेकिन राजनीतिक दलों की ओर से जो सियासत हो रही है वह ठीक नहीं है। इस दौरान सीएम से एक करोड़ रुपए राहत राशि, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और समिति प्रबंधक सहित खरीदी के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। बताया गया कि सीएम ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर मांगें पूरी कर दी जाएंगी।
ऐसे चला घटनाक्रम
1- शनिवार की सुबह करीब 3.30 बजे मंडी परिसर में सो रहे किसान सुरेन्द्र पटेल को ट्रक ने कुचल दिया।
2- सुबह 4.15 बजे चोरहटा पुलिस ने मंडी पहुंची जिसने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया।
3- सुबह 8 .15 बजे से लोगों का जमावड़ा मंडी परिसर में लगना शुरू हो गया था।
4- सुबह 9.45 बजे कलेक्टर प्रीति मैथिल व एसपी सुशांत सक्सेना पहुंचे जिन्होंने आंदोलनकारियों से बातचीत की जो विफल रही।
5-11.15 बजे विधायक सुंदरलाल तिवारी व जिपं अध्यक्ष अभय मिश्रा पहुंचे जिनसे प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की लेकिन वार्ता विफल रही।
6 – शाम करीब 6 बजे पुन: कलेक्टर व एसपी मंडी पहुंचे जिन्होंने आंदोलनकारियों से बातचीत की लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।
7- रविवार की सुबह 8 .30 बजे सांसद जनार्दन मिश्रा मंडी पहुंचे और परिजन सहित आंदोलनकारियों से चर्चा कर रहे थे।
8 – करीब 12 बजे मऊगंज विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। करीब 12.30 बजे परिजनों को मंत्री आवास ले जाने की बात पर भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोंकझोंक शुरू हो गई।
9- दोपहर करीब डेढ़ बजे मृत किसान का पुत्र संजय पूंछ से रीवा पहुंचा।
10- दोपहर 2 बजे मंत्री राजेन्द्र शुक्ला और परिजनों के बीच बैठक शुरू हुई। यथाउचित मुआवजे की बात पर परिजन मान गये।
11- करीब पौने चार बजे परिजनों के साथ कलेक्टर व एसपी संजय गांधी अस्पताल पहुंचे और पंचनामा के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
12- करीब 4 बजे शव पुलिस के साथ गृहग्राम के लिए रवाना हुआ।