इन कॉलेजों को बनाया गया है केंद्र
उच्च शिक्षा विभाग की योजना के तहत एपीएस विश्वविद्यालय के टीआरएस कॉलेज रीवा के साथ शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना, शासकीय अग्रणी महाविद्यालय सिंगरौली, संजय गांधी स्मृति शासकीय महाविद्यालय सीधी, शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर व आरवीपीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उमरिया में डॉ. बीआर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू का अध्ययन केंद्र बनाया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग की योजना के तहत एपीएस विश्वविद्यालय के टीआरएस कॉलेज रीवा के साथ शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना, शासकीय अग्रणी महाविद्यालय सिंगरौली, संजय गांधी स्मृति शासकीय महाविद्यालय सीधी, शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर व आरवीपीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उमरिया में डॉ. बीआर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू का अध्ययन केंद्र बनाया गया है।
पाठ्यक्रमों को कॉलेजों पर थोप दिया गया
हालांकि आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से शुरू किए जा रहे पाठ्यक्रमों में ज्यादातर पाठ्यक्रम एपीएस विवि की ओर से कॉलेजों में संचालित किए जा रहे हैं। यह बात और है कि आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से शुरू पाठ्यक्रमों को विशेष और अपडेट पाठ्यक्रम के रूप में लिया जा रहा है। वैसे तो कॉलेजों में पूर्व से संचालित पाठ्यक्रमों को अपडेट तक प्राचार्यों को दोहरी जिम्मेदारी से बचाया जा सकता था। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की ओर ऐसा करने के बजाए दूसरे विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को कॉलेजों पर थोप दिया गया है।
हालांकि आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से शुरू किए जा रहे पाठ्यक्रमों में ज्यादातर पाठ्यक्रम एपीएस विवि की ओर से कॉलेजों में संचालित किए जा रहे हैं। यह बात और है कि आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से शुरू पाठ्यक्रमों को विशेष और अपडेट पाठ्यक्रम के रूप में लिया जा रहा है। वैसे तो कॉलेजों में पूर्व से संचालित पाठ्यक्रमों को अपडेट तक प्राचार्यों को दोहरी जिम्मेदारी से बचाया जा सकता था। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की ओर ऐसा करने के बजाए दूसरे विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को कॉलेजों पर थोप दिया गया है।
दो विश्वविद्यालयों के निर्देश पर कार्य करेंगे कॉलेज
आंबेडकर विश्वविद्यालय व कॉलेजों के बीच हुए समझौते के तहत कॉलेज प्रशासन न केवल आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से संचालित स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों को संचालित करेगा बल्कि सभी अन्य जिम्मेदारियों का निर्वहन भी करेगा। केंद्र के तहत कॉलेजों में संचालित पाठ्यक्रमों की परीक्षा कराने के साथ डिग्री आंबेडकर विश्वविद्यालय ही देगा। इस तरह से चिह्नित इन कॉलेजों को अब दो विश्वविद्यालय के अधीन कार्य करना होगा।
आंबेडकर विश्वविद्यालय व कॉलेजों के बीच हुए समझौते के तहत कॉलेज प्रशासन न केवल आंबेडकर विश्वविद्यालय की ओर से संचालित स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों को संचालित करेगा बल्कि सभी अन्य जिम्मेदारियों का निर्वहन भी करेगा। केंद्र के तहत कॉलेजों में संचालित पाठ्यक्रमों की परीक्षा कराने के साथ डिग्री आंबेडकर विश्वविद्यालय ही देगा। इस तरह से चिह्नित इन कॉलेजों को अब दो विश्वविद्यालय के अधीन कार्य करना होगा।
केंद्रों में संचालित होंगे सात पाठ्यक्रम
टीआरएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्येंद्र शर्मा ने पत्रकारवार्ता में केंद्र की कार्य पद्धति के विषय में बताया कि आंबेडकर विश्वविद्यालय केंद्र के माध्यम से कुल सात पाठ्यक्रमों को संचालित करेगा। कम्युनिटी डेवलपमेंट एंड संस्टेनेबिल डेवलपमेंट में बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू व एमए के अलावा समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान व अर्थशास्त्र में एमए का पाठ्यक्रम संचालित होगा। इतना ही नहीं समाज विज्ञान में बीए का पाठ्यक्रम भी शुरू होगा। इन पाठ्यक्रमों में वर्तमान में चल रही प्रवेश प्रक्रिया के तहत प्रवेश लिया जा सकेगा। कॉलेज के नियंत्रक डॉ. रामलला शुक्ला के मुताबिक प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए 30 सीट निर्धारित की गई है। समाज कार्य विभाग के प्रभारी प्राध्यापक डॉ. अखिलेश के मुताबिक प्राध्यापकों की व्यवस्था आंबेडकर विश्वविद्यालय स्तर से की जाएगी।
टीआरएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्येंद्र शर्मा ने पत्रकारवार्ता में केंद्र की कार्य पद्धति के विषय में बताया कि आंबेडकर विश्वविद्यालय केंद्र के माध्यम से कुल सात पाठ्यक्रमों को संचालित करेगा। कम्युनिटी डेवलपमेंट एंड संस्टेनेबिल डेवलपमेंट में बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू व एमए के अलावा समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान व अर्थशास्त्र में एमए का पाठ्यक्रम संचालित होगा। इतना ही नहीं समाज विज्ञान में बीए का पाठ्यक्रम भी शुरू होगा। इन पाठ्यक्रमों में वर्तमान में चल रही प्रवेश प्रक्रिया के तहत प्रवेश लिया जा सकेगा। कॉलेज के नियंत्रक डॉ. रामलला शुक्ला के मुताबिक प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए 30 सीट निर्धारित की गई है। समाज कार्य विभाग के प्रभारी प्राध्यापक डॉ. अखिलेश के मुताबिक प्राध्यापकों की व्यवस्था आंबेडकर विश्वविद्यालय स्तर से की जाएगी।