केमेस्ट्री में हो गए हैं कई फेल
गणित में 125 में 109 अंक मिले, भौतिकी में 85 में से 70 अंक प्राप्त किया। लेकिन रसायन में 85 में तीन अंक देकर फेल कर दिया। बीएससी पांचवें सेमेस्टर में यह स्थिति केवल एक छात्र की नहीं बल्कि पेंटियम प्वाइंट कॉलेज के 80 में से 36 छात्रों की है। न्यू साइंस कॉलेज में भी 198 छात्रों में से 167 छात्र केवल रसायन विषय में अनुत्तीर्ण हैं। यह हाल कई दूसरे महाविद्यालयों का भी है।
गणित में 125 में 109 अंक मिले, भौतिकी में 85 में से 70 अंक प्राप्त किया। लेकिन रसायन में 85 में तीन अंक देकर फेल कर दिया। बीएससी पांचवें सेमेस्टर में यह स्थिति केवल एक छात्र की नहीं बल्कि पेंटियम प्वाइंट कॉलेज के 80 में से 36 छात्रों की है। न्यू साइंस कॉलेज में भी 198 छात्रों में से 167 छात्र केवल रसायन विषय में अनुत्तीर्ण हैं। यह हाल कई दूसरे महाविद्यालयों का भी है।
परिणाम घोषित होते ही बढ़ी समस्या
विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद से इस तरह की कई दूसरी समस्याओं से भी छात्र परेशान हो रहे हैं। इंटरनेट पर उपलब्ध अंकसूची में किसी के अंक नहीं चढ़े हैं तो कोई परीक्षा देने के बावजूद अनुपस्थित करार दे दिया गया है। अंकसूची में त्रुटि से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन तक में गड़बड़ी की शिकायत लेकर छात्र विश्वविद्यालय पहुंच रहे हैं।
विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद से इस तरह की कई दूसरी समस्याओं से भी छात्र परेशान हो रहे हैं। इंटरनेट पर उपलब्ध अंकसूची में किसी के अंक नहीं चढ़े हैं तो कोई परीक्षा देने के बावजूद अनुपस्थित करार दे दिया गया है। अंकसूची में त्रुटि से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन तक में गड़बड़ी की शिकायत लेकर छात्र विश्वविद्यालय पहुंच रहे हैं।
विवि के छात्रों में समस्या से है रोष
शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचने वाले छात्रों की संख्या काफी अधिक है। इसके चलते समस्याओं का निराकरण भी निर्धारित समय में नहीं हो पा रहा है। नतीजा छात्रों में भारी आक्रोश है और लगभग हर रोज छात्र विश्वविद्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे हैं। परीक्षा परिणाम में त्रुटि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के लिए भी सिरदर्द बन गई है।
शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचने वाले छात्रों की संख्या काफी अधिक है। इसके चलते समस्याओं का निराकरण भी निर्धारित समय में नहीं हो पा रहा है। नतीजा छात्रों में भारी आक्रोश है और लगभग हर रोज छात्र विश्वविद्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे हैं। परीक्षा परिणाम में त्रुटि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के लिए भी सिरदर्द बन गई है।
शिविर लगाकर करेंगे समस्या निवारण
छात्रों की परेशानी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन के निर्देशों के मद्देनजर तीन दिनों तक समस्या निवारण शिविर लगाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों के मुताबिक विश्वविद्यालय में 22, 23 व 24 फरवरी को समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर सभी तरह के छात्रों की सभी समस्याओं का ऑन द स्पॉट निवारण की कोशिश की जाएगी।
छात्रों की परेशानी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन के निर्देशों के मद्देनजर तीन दिनों तक समस्या निवारण शिविर लगाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों के मुताबिक विश्वविद्यालय में 22, 23 व 24 फरवरी को समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर सभी तरह के छात्रों की सभी समस्याओं का ऑन द स्पॉट निवारण की कोशिश की जाएगी।
जांच के लिए गठित की जाएगी समिति
छात्रों की ओर से उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी गड़बड़ी की शिकायत की गई है। छात्रों की शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में जांच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी के गठन का निर्णय लिया है। एक्सपर्ट कमेटी उत्तरपुस्तिकाओं का रेंडम परीक्षण कर यह तय करेंगी कि मूल्यांकन में त्रुटि हुई है या नहीं। पुनर्मूल्यांकन का निर्णय कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।
छात्रों की ओर से उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी गड़बड़ी की शिकायत की गई है। छात्रों की शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में जांच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी के गठन का निर्णय लिया है। एक्सपर्ट कमेटी उत्तरपुस्तिकाओं का रेंडम परीक्षण कर यह तय करेंगी कि मूल्यांकन में त्रुटि हुई है या नहीं। पुनर्मूल्यांकन का निर्णय कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।
फैक्ट फाइल:-
62 केंद्रों पर हुई है सेमेस्टर परीक्षा
50 हजार छात्र स्नातक में हुए शामिल
14 हजार के करीब स्नातकोत्तर में शामिल
62 केंद्रों पर हुई है सेमेस्टर परीक्षा
50 हजार छात्र स्नातक में हुए शामिल
14 हजार के करीब स्नातकोत्तर में शामिल