इस बार का सर्वेक्षण चार खंडों में होगा। जिसमें प्रमाणीकरण, प्रत्यक्ष अवलोकन, सेवा स्तर की प्रगति एवं नागरिक प्रतिक्रिया को शामिल किया गया है। बीते स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 को तीन चरणों में बांटा गया था, जिसमें सेवा स्तर की प्रगति और नागरिक प्रतिक्रिया के 35-35 फीसदी एवं प्रत्यक्ष अवलोकन के 30फीसदी हिस्से का सर्वे कराया गया था।
पिछला सर्वे चार हजार अंकों का था लेकिन इस बार यह पांच हजार अंकों का होगा। चार खंडों में होने वाले इस सर्वे में हर खंड के लिए 1250 अंक निर्धारित किए गए हैं। यह अंक किस तरह से हासिल किए जाएं, इसकी तैयारी के लिए कार्यशाला में निर्देश दिए गए।
1- सेवा स्तर पर प्रगति/ 1250 अंक
मासिक आधार पर एसबीएम आनलाइन एमआइएस पोर्टल अपडेट किया जाएगा। यह प्रगति का पहला इंडिकेटर होगा। 15 दिसंबर तक स्व आकलन टूल पर अपलोड करना आवश्यक है। 30 नवंबर तक सिटी प्रोफाइल अपलोड करने का समय निर्धारित किया गया है। शेष अपूर्ण दस्तावेज को अपलोड करने के लिए 24 घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
टूलकिट में दिए गए इंडिकेटर और क्षेत्र के अनुसार स्थानों को रेंडम आधार पर चुना जाएगा। 3-नागरिक प्रतिक्रिया/ 1250 अंक
नागरिक प्रतिक्रिया एकत्र करने के लिए प्रत्यक्ष साक्षात्कार, नागरिकों को फोन करके, स्वच्छता ऐप के माध्यम से, 1969 हेल्पलाइन से, एसएस 2019 पोर्टल आदि से प्रतिक्रियाएं ली जाएंगी।
कचरामुक्त शहरों के लिए स्टार रेटिंग के तहत 1, 2 और 4 स्टार घोषणाओं का मूल्यांकन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। स्टार रेटिंग 3, 5 एवं सात का प्रमाणीकरण केन्द्र सरकार द्वारा नियुक्त एजेंसी द्वारा किया जाएगा। रीवा ने स्वयं को ३ स्टार रेटिंग दी है। ओडीएफ का प्रमाणीकरण भी एजेंसी द्वारा किया जाएगा।