– माइनस मार्किंग का भी है प्रावधान
अभी तक व्यवस्था के हिसाब से अंक मिलते थे। बीते साल हुए सर्वे में कुछ ऐसी शर्तें थी, जिनका पालन नहीं किए जाने के चलते माइनस मार्किंग का प्रावधान किया गया था। इस सर्वे में जो आगामी जनवरी महीने में प्रस्तावित किया गया है, उसमें माइनस मार्किंग का दायरा बढ़ा दिया गया है।
– सर्वे के लिए ऐसे समय का निर्धारण
स्वच्छता की नई गाइडलाइन के अनुसार तीन चरणों में सर्वे किए जाने हैं। जिसमें पहले चरण में अप्रेल से जून के मध्य की स्थिति का मूल्यांकन होगा। दूसरे चरण में जुलाई से सितंबर और तीसरे चरण में अक्टूबर से दिसंबर तक की स्वच्छता का मूल्यांकन जनवरी 2020 में होगा। रीवा शहर की स्थिति ऐसी है कि पहले चरण में ही फेल हो सकता है क्योंकि स्वच्छता से जुड़ी व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी है।
– चार हजार अंकों का होगा सर्वे
1000- डायरेक्ट आब्जर्वेशन
1000- सिटीजन फीडबैक
1000- सर्टिफिकेशन
1000- पहले और दूसरे चरण के परफार्मेंस पर
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पूर्व का ये रहा है प्रदर्शन 2016- 500 अंकों के लिए हुए सर्वे में 398वां रैंक मिला।
2017- 2000 अंकों के लिए 500 शहरों में सर्वे 38वीं रैंक, सबसे तेज बढ़ते शहरों में नंबर वन।
2018- 4000 अंकों के लिए 4041 शहरों में सर्वे, रीवा को 49वीं रैंक।
2019- 5000 अंकों के लिए 4237 शहरों में सर्वे, रीवा को 75वीं रैंक।