सस्पेक्टेड को मरीजों के वार्ड में कर दिया भर्ती
–एसजीएम में चिकित्सकों की लापरवाही इस कदर है कि सामान्य वार्ड में तबियत थोड़ी ठीक होने के बाद विवेक को 7 अगस्त को सस्पेक्टेड बताकर कोरोना वार्ड में भर्ती कर दिया। और देररात चिकित्सकों ने मृत घोषित कर मच्र्युरी में रखव दिया।
टाईबैग में युवक की जगह मिली बुजुर्ग का शव
एसजीएमएच में आठ अगस्त को (बीते 24 घंटे) के बीच चार की मौत हो गई थी। जिसमें तीन की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई थी। जबकि एक की रिपोर्ट नहीं आई थी। इसके बाद भी सस्पेक्टेड के रूप में मच्र्युरी के संक्रमित फीजर में शव को रखवा दिया गया। दूसरे दिन 9 अगस्त को परिजन पहुंचे। टाई बैग में 75 वर्षीया बुजुर्ग का शव देख परिजनों के पैरों तले की जमीन खिकस गई। जिम्मेदार एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ते रहे। जांच कराने का आश्वासन देकर परिजनों को शांत करा दिया था।
अफसरों के पास नहीं रहा कोई जवाब
—अस्पताल में विवेक कुशवाहा के पिता राम विशाल कुशवाहा बेटे की लाश को लेकर अफसरों की चौखट पर भटकता रहा। पिता 9 अगस्त को सुबह से लेकर देररात तक अस्पातल, सीएमएचओ, नगर निगम कार्यालय में अफसरों की चौखट पर भटकता रहा। रविवार होने के कारण अस्पताल को छोड़ अन्य दफ्तरों में अधिकारी नहीं मिले। लेकिन, बेटे के शव को पता लगाने के लिए परिजन कलेक्टर, कमिश्नर सहित अन्य अफसरों के मोबाइल फोन घनघनाते रहे। लेकिन, किसी के पास कोई जवाब नहीं रहा।