दलित महासभा के हजारों कार्यकर्ता हाथ में लाठी लेकर पहले नगर में रैली निकाली इसके बाद तहसील कार्यालय पर आ डटे।
रीवा/नईगढ़ी. राष्ट्रीय दलित महासभा के कार्यकर्ताओं ने रीवा जिले के तहसील कार्यालय नईगढ़ी का घेराव कर जमकर हंगामा काटा। शासन की योजनाओं का लाभ दलितों को नहीं मिलने पर उनमें गुस्सा था। दलित महासभा के हजारों कार्यकर्ता हाथ में लाठी लेकर पहले नगर में रैली निकाली इसके बाद तहसील कार्यालय पर आ डटे। कहा कि जहां बनाया है घर वहां का सरकार पट्टा दे।
आंदोलनकारियों ने प्रशासन को कोसते हुए कहा कि आज दलितों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नौकरशाह उनका हक और अधिकार हड़प जा रहे हैं, इस पर रोक लगनी चाहिए। इनका कहना था कि सैकड़ों सालों से उनका जहां पर घर बना है वहां का पट्टा नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है। उनके उत्थान के लिए जो भी पैसा आ रहा है उसे पंचायतों द्वारा हजम कर लिया जाता है। गरीब होने के बाद भी गरीबी रेखा में नाम नहीं जोड़ा जा रहा है। उनका कहना था कि वे जहां आबाद है उस जमीन का उनको तत्काल पट्टा दिया जाए। प्रदर्शनकारी कलेक्टर को बुलाने पर अड़े रहे। नायब तहसीलदार मऊगंज भूमिका पांडेय द्वारा समझाइस दिए जाने भी वे नहीं माने। प्रदर्शन में राष्ट्रीय दलित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय भारती, प्रदेश अध्यक्ष सियाशरण सोंधिया, जिलाध्यक्ष गौरीशंकर साकेत, सचिन नीरत, केशकली कोल, ब्लाक अध्यक्ष नईगढ़ी हीरामणि दीपांकर, इन्द्रलाल साकेत ब्लाक अध्यक्ष मऊगंज, जिला अध्यक्ष सतना सुनीता चौधरी ने किया
पुस्तैनी मकान, लेकिन पट्टा नहींदलित महासभा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष केशकली कोल एवं नईगढ़ी तहसील के आसपास के सैकड़ों गांवों से प्रदर्शन में शामिल होनेे आई आदिवासी महिलाओं ने बताया कि उनका पुस्तैनी कच्चा मकान बना हुआ है लेकिन सरकार ने आज तक उनको पट्टा नहीं दिया है। सरपंच लोग भेदभाव कर रहे हंै, गरीबी रेखा में नाम तक नहीं जोड़ा जा रहा है, जिससे योजनाओं से वे वचिंत हैं। उनकी मांगों पर प्रशासन
ध्यान नहीं दे रहा है, इससे उनमें आक्रोश था।