इस संबंध में छात्रों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। शिकायत में बच्चों में आपराधिक मानसिकता एवं गतिविधियां बढऩे का आरोप लगाया गया है। इस मामले में सैनिक स्कूल के उपप्राचार्य कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उनकी सफाई है कि इस संबंध में प्राचार्य ही कुछ कह पाएंगे जो अभी बाहर हैं।
उल्लेखनीय है कि सैनिक स्कूल को बेहद साकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है। वहां अध्ययन कर रहे बच्चों की समाज में भी अच्छी कदर होती है। परिवार एवं माता – पिता भी उनके शिक्षा एवं अनुशासन को लेकर उन पर गर्व करते हैं। ऐसे में इस शिक्षण संस्थान से इस प्रकार की बात बाहर आना सभी को अचंभित कर रही है।
शिकायत करने वाले शिक्षकों ने कहा कि हम काफी दिनों से यह मानकर चल रहे थे कि सुधार आएगा। स्कूल की मान स मान में दाग न लगे इसलिए भी अभी तक बात को बाहर नहीं लाया गया।
कई बार हुई घटनाएं
शिक्षकों ने बताया कि कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। बताया कि वाहनों को छात्र उठा ले जाते हैं, बाहर झाड़ी की तरफ ले जाकर उसमें आग लगा देते हैं। वाहनों पर पत्थर मारे जाते हैं।
एक घटना का जिक्र करते हुए बताते हैं कि शिक्षक डीवीएन राव की 20 मार्च को स्कूटी क्रमांक एमपी 17 एस 0829 को रात में घर से चोरी – छिपे उठाकर, स्कूल परिसर के पीछे झाड़ी में ले जाकर उसमें आग लगा दी गई।
स्कूटी पूरी तरह से जल चुकी थी। छह दिसंबर को स्कूल के शिक्षक डीवीएन राव की गाड़ी में छात्रों ने पत्थर एवं ईंट से हमला किया। गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसी ही कई घटनाओं का जिक्र किया।
स्कूल प्रबंधन से भी शिकायत
शिक्षकों ने बताया कि इस संबंध में कई बार स्कूल के प्राचार्य से बात की गई। उनसे ऐसे छात्रों पर कार्रवाई की मांग की गई। लेकिन स्कूल द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसकी वजह से छात्रों की हरकत बढ़ती जा रही है।
ऐसे में उन्हें पुलिस के पास आना पड़ा। बताया कि वह और उनके परिवार भयभीत हैं। अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शिकायत करने पहुंचे शिक्षकों में डीवीएन राव, एनके झा, डीके मिश्रा, एसके मिश्रा, एनके तिवारी सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।