जानकारी के मुताबिक सोमवती आदिवासी पिता शिवकुमार आदिवासी अपने घर लमतरा में दोपहर के वक्त खाना बनाने के लिए लकड़ी का चूल्हा जलाने की कोशिश कर रही थी। इसी प्रयास में उसने लकडियों पर कैरोसीन तेल डालकर आग लगाने का प्रयास किया लेकिन आग भभक उठी और किशोरी आग की लपटों की चपेट में आ गई। देखते ही देखते किशोरी आधे से अधिक जल गई। बेटी को जलता दे दौड़ कर आए परिजन उसे लेकर शाहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे लेकिन वहां केवल प्राथमिक उपचार ही हो सका। डॉक्टरों ने उसे कटनी रेफर कर दिया, जहां किशोरी ने इलाज के दौरान दम तोड दिया। बेटी की मौत की खबर से परिजनों ही नहीं गांव भर में मातम पसर गया। परिजनों का तो रो-रो कर बुरा हाल रहा।