scriptटेरर फंडिंग : पुलिस रॉडार में आए रीवा के बीड़ा गांव के दर्जन भर युवक | terror funding : youths of Beeda village came to the police radar | Patrika News

टेरर फंडिंग : पुलिस रॉडार में आए रीवा के बीड़ा गांव के दर्जन भर युवक

locationरीवाPublished: Mar 27, 2018 05:17:02 pm

Submitted by:

Shivshankar pandey

मामला खुलने के बाद से युवक हैं लापता, गोपनीय तरीके से जांच कर रही पुलिस

terror funding

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रीवा. पाकिस्तान की खुफिया ऐजेंसी आईएसआई के लिए टेरर फंडिग का मामला सामने आने पूरे गांव में सनसनी फैली हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोग भी इस मुद्दे पर बात करने से भी कतरा रहे है। पुलिस उक्त आरोपी से जुड़े हर व्यक्ति की कुंडली कंगाल कर रही है। पकड़े गए आरोपी का सीधा संपर्क पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तयबा के हैंडलर से था। यूपी एटीएस व सेमरिया पुलिस ने बीड़ा गांव निवासी उमाप्रताप सिंह पिता शंकर सिंह को गिरफ्तार किया था जिसके बाद पाकिस्तान के लिए टेरर फडिंग के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ था।
आतंकियों के खाते में ट्रांसफर करना था रुपए
उक्त आरोपी पाकिस्तान की खुफिया ऐजेन्सी द्वारा भेजे गए रुपयों को स्थानीय खातों में डलवाता था और बाद में उस रकम को आतंकवादियों के खातों में ट्रांसफर करवाता था। उक्त आरोपी को पूछताछ के लिए यूपी एटीएस अपने साथ ले गई है लेकिन अब रीवा पुलिस अपने स्तर पर उससे जुड़े लोगों की तलाश में जुट गई है। बीड़ा सहित आसपास के गांव के करीब दर्जनभर युवक पुलिस के रॉडार में आए हैं जो आरोपी की गिरफ्तारी के बाद से या तो लापता हैं या फिर अपना मोबाइल स्वीच ऑफ किए है। उन सभी युवकों की कुंडली पुलिस तैयार कर रही है। आने वाले समय में इस मामले से जुड़े कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस पूरे मामले को लेकर बीड़ा गांव में सनाका खिंचा हुआ है। स्थानीय लोगों ने सपने में भी यह कल्पना नहीं की थी कि सामान्य दिखने वाला गांव का युवक इतने बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
कॉलेज के छात्रों से मांग चुका था एकाऊंटर नम्बर, दिन भर रही चर्चा
उक्त छात्र ने अपने कॉलेज के दोस्तों के कुछ दोस्तों से भी उनके एकाऊंट नम्बर मांगे थे। उसने छात्रों को अपना कुछ रुपया एकाऊंट में मंगवाने की जानकारी दी थी। हालांकि कितने लोगों ने उसे एकाऊंट नम्बर दिया था यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कॉलेज का कोई भी छात्र सामने आकर इस विषय में बोलने से कतरा रहा है। यहां तक कि कॉलेज में उसके दोस्त रहे कुछ छात्रों ने भी आरोपी का नाम सुनते ही बात करने से इंकार कर दिया। पूरा मामला दिन भर टीआरएस में चर्चा का विषय बना रहा। उक्त आरोपी ने इस वर्ष एमकाम की परीक्षा उत्तीर्ण की है। नाम न छापने की शर्त पर प्राध्यापकों ने बताया कि वह प्रतिदिन कॉलेज आता था और कक्षाएं लेता था। एक दम सीधा साधा दिखता था जिसे किसी ने भी उसके बारे में यह कल्पना नहीं की थी। दोस्तों के मुताबिक वह क्रिकेट का शौकीन था।
शहर के एक युवक का नाम आया सामने
इस मामले में शहर के एक युवक का नाम सामने आया है। उक्त युवक भी पाकिस्तान के लिए फडिंग करता है। पुलिस ने उसके घर में दबिश दी तो आरोपी फरार मिला। आरोपी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद वह अपना मोबाइल बंद करके लापता हो गया है। वह भी टेरर फडिंग के इस गोरखधंधे में लिप्त बताया जा रहा है जिसकी गिरफ्तारी के बाद कई अन्य लोगों के नाम सामने आ सकते है।
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