पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश देकर बारातियों को रवाना कराया। मनिकवार के अमृतलाल यादव के बेटे प्रद्युम्म की शादी मऊगंज के वनपाउडर की लड़की के साथ तय हुई थी। रविवार रात गांव में बारात आई थी। वैवाहिक रस्मों के दौरान द्वारचार के समय कुछ बाराती कन्या पक्ष की महिलाओं को निशाना बनाकर बताशा फेंक रहे थे जिस पर लड़की पक्ष के लोगों ने आपत्ति की। उस समय तो विवाद शांत हो गया लेकिन जयमाल के समय बारात में शामिल होने आए कुछ युवक दुल्हन को छू रहे थे। यह देखकर लड़की पक्ष के लोगों ने लाठियां निकाली और दूल्हा समेत अन्य बारातियों को बंधक बना लिया और वैवाहिक रस्मों को रोक दिया। पूरी रात बाराती गांव में बंधक बने रहे।
सुबह दूल्हे का पिता किसी तरह गांव से निकलने में कामयाब हुआ और मऊगंज थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। दूल्हे के पिता ने बताया कि बस का किराया व डीजे वाले को भुगतान के लिए 75 हजार रुपए रखे थे जो लड़की वालों ने छीन लिए। बारात में जो वाहन को लेकर आए थे सभी अभी गांव में ही हैं। अब उनके पास वाहनों का किराया देने तक के लिए पैसे नहीं है।
लड़की पक्ष ने भी दर्ज कराई शिकायत
लड़की पक्ष ने भी थाने पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई है। आरोप लगाया कि जिस लड़के से शादी कराई जा रही थी उसी दीमागी हालत ठीक नहीं थी। वह जयमाल के समय अजीब हरकत करने लगा जिससे लड़की ने शादी करने से इंकार कर दिया। जिससे हम दिया हुआ दहेज वापस मांग कर रहे थे। उन्होंने लड़के की दिमागी हालत छिपाकर शादी करने का प्रयास किया है।
दिनभर बंधक रहे बाराती
बाराती पूरी रात व दिनभर भूखे प्यासे गांव में ही बंधक बने रहे। लड़के के पिता ने बताया कि जिस वाहन आए थे वे भी गाव॑ में खड़े हैं। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर समझाइश दी और विवाद को शांत कराया।