पत्रिका ने अस्पताल के गायनी एवं बच्चा वार्ड की अव्यवस्था का मामला उठाया था, जिसे गंभीरता से लेते हुए संभागायुक्त संजय गांधी अस्पताल परिसर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा, गर्मी के मौसम को देखते हुए अस्पताल में कूलर एवं पंखों की पर्याप्त व्यवस्था कराएं। उन्होंने कहा कि पंखे एवं कूलर यदि खराब होते हैं तो उनकी तुरंत मरम्मत कराई जाए। जवाब में चिकित्सकों ने बताया कि शिशु वार्ड में एसी लग गई है। इस पर उन्होंने कहा जब एसी लग गई है तो कूलर हटवाओ। जो एसी बंद पड़ी हैं उसे तत्काल चालू कराओ। जिस वार्ड में एसी की व्यवस्था न हो वहां पर कूलर लगाने की व्यवस्था की जाए।
अस्पताल परिसर में पहुंचते ही कई जगहों पर गंदगी दिखी। विभिन्न वस्तुएं भी अव्यवस्थित रखी पायी गईं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए सफाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित रखी वस्तुएं तत्काल व्यवस्थित की जाएं। पान एवं गुटका की पीक दीवालों पर नहीं दिखे। उन्होंने अस्पताल में रखे डस्टबिन बिना ढक्कन पाये जाने पर फटकार लगाई। अस्पताल में टूटा-फूटा सामान अव्यवस्थित ढंग से पड़ा होने पर भी नाराजगी व्यक्त की। अस्पताल में उपयोग में आ रही कई वस्तुएं टूटी हुई पायी जाने पर उन्होंने मरम्मत कराने व नई लगाने का भी निर्देश दिए।
संभागायुक्त ने अस्पताल में मरीजों, उनके परिजनों एवं अन्य लोगों को जागरूक करने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को मालूम हो सके कि किस कक्ष में क्या कार्य होता है जिससे उन्हें वहां पहुंचने में सुविधा हो सके। इसकी जानकारी देना जरूरी है।
संभागायुक्त ने कहा कि अस्पताल में एक्सपाइरी डेट की दवाएं उपयोग में नहीं लाई जाएं। यदि ऐसा पाया जायेगा तो संबंधित पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने विभिन्न वार्डों में मरीजों से चर्चा कर दवाओं की जानकारी ली। उन्होंने महिला वार्ड में पहुंचकर उन्हें आयरन की गोलियों का सेवन करने के संबंध में समझाइश दी। उन्होंने अस्पताल में उपयोग में आ रहीं दवाओं का निरीक्षण भी किया। उन्होंने ओपीडी में पर्ची काटने की खिड़कियों के लिए अलग-अलग डिवाइडर बनाए जाने का निर्देश दिए।
संभागायुक्त नजवाज शिशु गहन इकाई सहित बच्चा वार्ड का निरीक्षण किया। व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को समझाइश दी और पोषण तत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा बच्चों को मिलने वाली खाद्य सामग्री बच्चों को खिलाएं। संभागायुक्त ने बच्चों के वजन की भी जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सालय के आईसीयू, जनरल वार्ड, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, बाल्य एवं शिशु रोग विभाग सहित विभिन्न वार्डों का बारीकी से निरीक्षण किया।
संभागायुक्त ने कहा कि ड्यूटी के दौरान समस्त डॉक्टर डे्रस के साथ ही नाम पट्टिका लगाएं। इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों का नाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों की उपस्थिति के संबंध में उनके उपस्थित होने के स्थान एवं मोबाइल नम्बर की भी जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. पीसी द्विवेदी, अधीक्षक डॉ एपीएस गहरवार, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाए डॉ. एसके शालम, डॉ. ज्योति सिंह, डॉ अतुल ङ्क्षसह सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।