हनुमना थाने में प्रधान आरक्षक के पास एडीशनल एसपी शिवकुमार वर्मा के नाम से फोन आया था जिसमें फोन करने वाले बदमाश ने प्रधान आरक्षक को समीप ही स्थित पेट्रोल पंप संचालक से बात करवाने को बोला। इस बात की जानकारी हनुमना पुलिस ने तत्काल एएसपी को फोन पर दी तो उन्होंने ऐसे किसी भी फोन करने से इंकार किया। ठगी का प्रयास होने पर उन्होंने वायरलेस सेट पर तत्काल सभी थाना प्रभारियों को सूचना प्रसारित करवा कर ऐसे किसी भी अनजान फोन में किसी की बात न करवाने की हिदायत दी।
इसके बाद बदमाश ने गुढ़ थाने के प्रधान आरक्षक को भी फोन किया। एएसपी के मैसेज से अनजान वे पेट्रोल पंप संचालक से बात करवाने भी चले गए थे लेकिन तब तक उनकी जानकारी हो गई थी जिस पर वे वापस लौट आए। पुलिस ने उक्त नम्बर को साइबर की मदद से ट्रेस किया तो वह बाहर का निकला। इससे पूर्व भिंड जिले में भी इस तरह से ठगी का मामला सामने आ चुका है जिस पर पूर्व में ही सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया था। सतर्कता से ठगी की एक बड़ी वारदात होते-होते बच गई।
बदमाश जिस नम्बर से फोन करते है उस नम्बर में नाम भी संबंधित अधिकारी का ही होता है। इस बात से प्रधान आरक्षक उनकी बातों में आ जाते है और वे संबंधित व्यक्ति से जाकर बात करवा देते है। बाद में बदमाश पेट्रोल पंप संचालक से अपने खाते में जरुरत बताकर रुपए ट्रांसफर करवा लेते है। एएसपी का फोन कर पेट्रोल पंप संचालक भी आसानी से उसकी झांसे में आ जाते है।
मेरे नाम पर एक व्यक्ति ने हनुमना व गुढ़ थाने में फोन किया था। पूर्व में हुई घटनाओं को देखते हुए सभी थाना प्रभारियों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया था जिससे ठगी की वारदात नहीं हो पाई। इस तरह से कोई भी व्यक्ति यदि किसी अधिकारी के नाम पर फोन करता है तो लोग उसके झांसे में न आये।
शिवकुमार वर्मा, एएसपी