चोरहटा पुलिस ने तमरी गांव स्थित भवानी क्रशर प्लांट में दी दबिश, मैनेजर गिरफ्तार, 82 जिलेटिन राड व 1000डिटोनेटर जब्त
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रीवा. सप्ताहभर के भीतर पुलिस ने दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए क्रशर प्लांट के कार्यालय में दबिश देकर विस्फोटक का जखीरा जब्त किया है। मैनेजर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिलने से क्षेत्र में खलबली मची हुई है। चोरहटा थाना के तमरी स्थित भवानी स्टोन क्रशर में सोमवार रात पुलिस को विस्फोटक सामग्री होने की सूचना मिली थी।
एसपी ने तत्काल थाना प्रभारी अनिमेश द्विवेदी, उपनिरीक्षक वीरेन्द्र सिंह परिहार के नेतृत्व में टीम गठित कर दी। टीम ने देर रात करीब दो बजे क्रशर प्लांट के आफिस में दबिश दी। जब कार्यालय की तलाशी लिया तो अंदर रखा विस्फोटक का जखीरा पुलिस के हाथ लग गया। पुलिस ने कार्यालय में मौजूद मैनेजर दीपक सिंह पटेल निवासी लौलाच थाना कोटर जिला सतना को हिरासत में ले लिया है। तड़के पुलिस सारा विस्फोटक लेकर थाने पहुंची।
पत्थर तोडऩे के लिए मंगवाते थे विस्फोटक मैनेजर पटेल से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। क्रशर में यह विस्फोटक सामग्री पत्थर तोडऩे के लिए मंगाई जाती थी। चोरीछिपे विस्फोटक का इस्तेमाल कर पत्थर तोड़ा जाता था। क्रशर संचालक के पास विस्फोटक रखने का लाइसेंस नहीं था और वह चोरी छिपे इसे मंगवाकर पत्थर तुड़वाता था। इसके अलावा विस्फोटक सामग्री की बिक्री की भी सूचना पुलिस को मिली है।
सतना के सप्लायर का फिर सामने आया नाम जिले में विस्फोटक सप्लाई सतना का पियूष जैन कर रहा है। पकड़े गए क्रशर के मैनेजर ने पूछताछ में पियूष जैन के द्वारा विस्फोटक सामग्री देने की जानकारी दी है जिसको भी पुलिस ने नामजद कर लिया है। इससे पूर्व नरौरा गांव में विस्फोटक पकड़े जाने के दो मामले सामने आये थे जिसमें भी उक्त सप्लायर का नाम भी था। उसके पास विस्फोटक रखने का लाइसेंस है और वह विस्फोटक की अवैध बिक्री कर रहा है।
क्रशर संचालक व सप्लायर नामजद पुलिस ने करीब 82 जिलेटिन राड व 1000 डिटोनेटर जब्त किया है। इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिलने से पुलिस के भी होश उड़े हुए हैं। पुलिस ने मैनेजर के अलावा क्रशर संचालक सुरेन्द्र सिंह निवासी इंदिरा नगर व सप्लायर को नामजद कर लिया है। सप्ताह भर पूर्व ही पुलिस ने नरौरा गांव में दबिश देकर दो लोगों को विस्फोटक सामग्री सहित नगदी के साथ गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के बाद अभी भी पुलिस के राडार में दर्जनभर क्रशर संचालक हैं जो अवैध तरीके से विस्फोटक सामग्री मंगवाकर उसका उपयोग पत्थर तोडऩे के लिए करते हंै।
-क्रशर प्लांट के कार्यालय में दबिश देकर विस्फोटक सामग्री पकड़ी गई है। मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सतना की कंपनी का नाम सप्लायर के रूप में सामने आया है जिसको भी नामजद कर लिया गया है।फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। -आबिद खान, एसपी रीवा
खतरनाक होती है विस्फोटक सामग्री पुलिस के हाथ लगी विस्फोटक सामग्री काफी खतरनाक है और यह सबकुछ तबाह करने की क्षमता रखती है। दो डिटोनेटर मिलकर एक कार को उड़ा सकते हैं। अब एक हजार डिटोनेटर व 82 जिलेटिन में कितना बड़ा धमाका होता इसका स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है। दअरसल खदान में विस्फोट के समय पहले जिलेटिन फंसाई जाती है और उससे निकले तार को डिटोनेटर से जोड़ दिया जाता है। इसके बाद एक तार के माध्यम उसमें बैट्री या फिर कम्प्रेशर के माध्यम से करंट पहुंचाया जाता था। पहले डिटोनेटर में विस्फोट होता है और फिर दूसरा विस्फोट जिलेटिन में होता है।