इसमें विधायक अजीत मेहता ने कहा कि बांध के अभियंता इस बात को तय कर लें कि अंतिम छोर के किसानों तक भी पानी पहुंचे। इस बार पर्याप्त पानी उपलब्ध है। इसलिए किसानों को भरपूर पानी दिया जाए तथा किसानों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
कलक्टर ने कहा कि अंतिम छोर तक पानी पहुंचाना प्राथमिकता रहेगी। अवैध रूप से लगाए जाने वाले पम्पों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने बताया कि नहरों में पानी छोडऩे से पहले अभियंता नहरी तंत्र का व्यापक निरीक्षण करेंगे। जहां सफाई या मरम्मत की आवश्यकता हो उसे शीघ्र पूरा करेंगे।
बीसलपुर परियोजना के अधिशासी अभियंता आर. सी. कटारा ने बताया कि टोडारायसिंह, उनियारा, देवली व टोंक तहसील के 256 गांव के 81 हजार 800 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी। 750 किलोमीटर के नहरी तंत्र में टेल तक पानी पहुंचाया जाएगा।
इसके लिए देवली में नियंत्रण कक्ष खोला गया है। टोंक प्रधान जगदीश गुर्जर एवं उनियारा प्रधान ममता जाट ने नहरों की बेहतर सफाई कराने पर बल दिया। जिला परिषद के पूर्व सदस्य नरेश बंसल ने नियंत्रण कक्ष बनाने व नहरी तंत्र की सख्त निगरानी पर बल दिया। महावीर तोगड़ा व रामचन्द्र गुर्जर ने पुलिस पेट्रोलिंग कराने को कहा। बैठक में एडीएम लोकेशकुमार गौतम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव आदि मौजूद थे।
यहां खोल दी बनेठा ञ्च पत्रिका. बांध से निकल रही नहर में गुरुवार को सरपंच नरेन्द्रकुमार सैनी ने पूजा-अर्चना के बाद पानी छोड़ दिया। सरपंच ने बताया कि 10 फीट भराव क्षमता वाले बनेठा बांध में वर्तमान में 9 फीट 3 इंच पानी है। इस मौके पर भाजपा देहात मण्डल अध्यक्ष हंसराज धाभाई, सचिव कजोड़मल आदि मौजूद थे।
पीपलू ञ्च पत्रिका. नानेर गांव स्थित सहोदरा बांध से गुरुवार को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद नहरों में पानी छोड़ा गया। इससे पहले नहर संगम अध्यक्ष लादूलाल जाट, हीरालाल, गिर्राज गहलोत, कैलाश हरसल, भंवर, सुरेश पारल्या आदि ने सुबह 9.15 बजे विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद नहर में पानी छोड़े जाने को लेकर माइनर की आठ चूडिय़ां खोली गई।
बांध में अभी साढ़े छह फीट पानी है। जिससे 10 किलोमीटर लम्बी नहर के माध्यम से कैलाशपुरी, रहीमपुरा, नानेर, इब्राहिमपुरा, निमेड़ा आदि गांवों की 200 हैक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित की जा सकेगी।