गोविंदगढ़ के डिहिया का मामला, युवक बार-बार नीचे कूदने की धमकी देने लगा। पुलिस ने युवक को समझाइश देकर नीचे उतारने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना
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रीवा. गोविंदगढ़ में शनिवार शामएक युवक निर्माणाधीन बिजली के टावर पर चढ़कर बैठ गया। युवक बार-बार नीचे कूदने की धमकी देने लगा। पुलिस और परिजनों ने बार-बार समझाइश दी लेकिन वह नीचे उतरने को तैयार नहीं हुआ। आखिरकार सीधी से रेस्क्यू टीम बुलानी पड़ी। टीम ने 10 घंटे बाद रात में १०० फीट के टावर से युवक को नीचे उतारा तो लोगों ने राहत की सांस ली। युवक की मानसिक हालत खराब बताई जा रही है।
गोविंदगढ़ थाना के अमिलकी का सुभाष पटेल शनिवार शाम डिहिया गांव में घूम रहा था। शाम को ५ बजे के लगभग वह कब टावर पर चढ़ गया लोगों को पता ही नहीं चला। जब लोगों ने टावर के ऊपर बैठे देखा तो पुलिस को सूचना दी। निर्माणाधीन विद्युत लाइन के टावर में बिजली सप्लाई नहीं हो रही थी। युवक बार-बार नीचे कूदने की धमकी देने लगा। पुलिस ने युवक को समझाइश देकर नीचे उतारने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना। परिजनों व स्थानीय लोगों की मदद से भी समझाया गया लेकिन वह नहीं उतरा। युवक टावर के सबसे ऊंचे स्थान पर जाकर बैठा था जो जमीन से लगभग 100 फीट ऊपर था। परिजन उसके नीचे गिरने की आशंका से सहमे हुए थे।
दिमागी हालत खराब गोविंदगढ़ थाना प्रभारी सुनील गुप्ता ने बताया कि रात 3 बजे युवक को टावर से उतारकर परिजनों को सौंप दिया गया है। ग्रामीणों के मुताबिक, युवक की दिमागी हालत खराब रहती है। वह अक्सर पेड़ पर चढ़कर बैठ जाता है। परिजनों ने कई बार समझाने का प्रयास किया। कई बार पूरी रात पेड़ पर गुजार देता है।
सीधी से पहुंची रेस्क्यू टीम काफी मान-मनोव्वल के बाद भी युवक जब टावर से नहीं उतरा तो पुलिस ने सीधी जिले से बिजली विभाग की रेस्क्यू टीम को बुलाया। अंधेरे में टार्च की रोशनी से कर्मचारी टावर पर चढ़े और युवक को पकड़कर किसी तरह तड़के करीब 3 बजे नीचे उतार लाए। गिरने की आशंका से टीम की सांसे थमी हुई थी। रातभर गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा।