पिछले दो महीने से रीवा-बड़ोदरा स्पेशल ट्रेन के चलने से यात्रियों को काफी राहत थी। वापस लौटने वाले यात्रियों ने कहा कि इस समस्या की ओर रेल मंत्री को ध्यान देना चाहिए। विंध्य से बड़ी संख्या में युवा रोजगार की तलाश में गुजरात जाते हैं।
सोमवार को चलने वाली रीवा-राजकोट ट्रेन में बड़ी संख्या में यात्री सूरत, राजकोट के लिए जाते हैं, लेकिन 15 कोच की इस टे्रन में यात्रियों को जगह ही नहीं मिल रही है। पिछले तीन साल से लगातार इस ट्रेन कोच और फेरे बढ़ाने की मांग हो रही है। इसी बीच रीवा-बड़ोदरा महामना एक्सप्रेस के चलने से यात्रियों को बड़ी राहत मिल गई थी लेकिन इस स्पेशल ट्रेन को बंद कर दिया गया है, जबकि इस ट्रेन के नियमित संचालन की मांग व्यापक स्तर पर उठाई गई थी।
खड़े-खड़े कर रहे सफर इस ट्रेन में यात्रियों को जगह नहीं मिलने पर गेट पर खड़े होकर जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। कई बार दुर्घटना में घायल भी हुए। अप्रैल में रीवा-राजकोट में सफर करने के दौरान टे्रन में चढ़ते समय एक युवक के ट्रेन के नीचे आ जाने से दोनों पैर कट गए थे।
तीन घंटे विलंब से पहुंंची आनंद विहार
रेलवे काफी प्रयास के बावजूद ट्रेनों को समय पर संचालित नहीं करवा पा रहा है। स्थित यह है कि सुपरफॉस्ट ट्रेन समय पर नहीं चल पा रही। सोमवार को आनंद विहार से रीवा आने वाली ट्रेन अपनी निर्धारित समय से तीन घंटे विलम्ब दोपहर 2 बजे पहुंची। इस ट्रेन का रीवा आने का निर्धारित समय सुबह 11 बजे है। ट्रेन विलंब से होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेलवे काफी प्रयास के बावजूद ट्रेनों को समय पर संचालित नहीं करवा पा रहा है। स्थित यह है कि सुपरफॉस्ट ट्रेन समय पर नहीं चल पा रही। सोमवार को आनंद विहार से रीवा आने वाली ट्रेन अपनी निर्धारित समय से तीन घंटे विलम्ब दोपहर 2 बजे पहुंची। इस ट्रेन का रीवा आने का निर्धारित समय सुबह 11 बजे है। ट्रेन विलंब से होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।