ज्ञापन सौंपने पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने बताया कि अस्पताल से विवेक कुशवाहा नाम के युवक का पार्थिव शव गायब हो गया है। जिसके लिए परिजन लगातार मांग उठा रहे हैं। इस घटना के साथ ही शिक्षक संजीव शुक्ला के आत्महत्या मामले में न्यायिक जांच की मांग की गई है। दोनों घटनाओं के पीडि़त परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की भी मांग रखी गई है।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के साथ जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष त्रियुगी नारायण शुक्ला, शहर अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू, प्रदेश महामंत्री डीपी सिंह, जिला कार्यकारी अध्यक्ष रमाशंकर सिंह पटेल आदि ने ज्ञापन देकर कहा है कि दोनों मामले संवेदनशील हैं। इस पर प्रशासन भी गंभीरता के साथ काम कराए। इस पर कमिश्नर राजेश जैन ने आश्वासन देते हुए कहा कि विवेक कुशवाहा के साथ प्रशासन की पूरी सहानुभूति है एक-दो दिनों के अंदर आर्थिक सहायता राशि सरकार से उपलब्ध कराई जाएगी।
परिजन को अनुकंपा नियुक्ति के मामले में उन्होंने कहा कि संजय गांधी अस्पताल में योग्यता अनुसार सहानुभूति के आधार पर कार्य करने का अवसर देने पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस नेताओं ने यह आरोप लगाया है कि विकास का सेहरा बांधने वाले भाजपा के रीवा विधायक के रहते हुए अस्पताल की स्थिति बदतर कैसे हो गई । लोगो को अस्पताल से ही डर लगने लगा है। कांग्रेस पार्टी की ओर से चेतावनी दी गई है कि दोनों घटनाओं की न्यायिक जांच शासन द्वारा नहीं कराई गई तो सरकार के लॉक डाउन की तरह कांग्रेस पार्टी पूरे जिले में लॉक डाउन का आंदोलन करेगी।
– सभी ब्लाकों में सौंपा जाएगा ज्ञापन
अस्पताल में पहले विवेक कुशवाहा का पार्थिव शव गायब होने और फिर शिक्षक की आत्महत्या के बाद भी शव का पोस्टमार्टम कराए बिना परिजनों को सौंपे जाने के साथ ही शिक्षा विभाग की मनमानी के चलते तीन महीने से वेतन के लिए परेशान शिक्षक द्वारा आत्महत्या के लिए मजबूर होने के मामले में ज्ञापन सौंपा जाएगा। बताया गया है कि जिले के समस्त ब्लाकों में 14 अगस्त शुक्रवार को ब्लाक अध्यक्षों द्वारा ब्लॉक मुख्यालय में राज्यपाल के नाम दोनों मामले में न्यायिक जांच सहित आर्थिक सहायता और अनुकंपा नियुक्ति के लिए ज्ञापन दिया जाएगा।