गांव के बीच नहीं चाहते प्रदूषण का प्लांट
पदयात्रा में शामिल लोगों ने पहले पहडिय़ा गांव का भ्रमण किया और प्लांट परिसर में भी जाकर विरोध जताया। इसके बाद सगरा में भी पदयात्रा की गई है। ग्रामीणों ने कहा है कि गांव के बीच वह किसी हालत में प्लांट का निर्माण नहीं होने देंगे। कविता पांडेय ने कहा है कि गांव के बीच व्यापक पैमाने पर कचरा एकत्र होगा तो प्रदूषण भी फैलेगा, लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित होंगे।
पदयात्रा में शामिल लोगों ने पहले पहडिय़ा गांव का भ्रमण किया और प्लांट परिसर में भी जाकर विरोध जताया। इसके बाद सगरा में भी पदयात्रा की गई है। ग्रामीणों ने कहा है कि गांव के बीच वह किसी हालत में प्लांट का निर्माण नहीं होने देंगे। कविता पांडेय ने कहा है कि गांव के बीच व्यापक पैमाने पर कचरा एकत्र होगा तो प्रदूषण भी फैलेगा, लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित होंगे।
दूसरे हिस्से में पर्याप्त जगह, विचार करे प्रशासन
रीवा जिले के दूसरे हिस्से में जहां पर कोई बस्ती नहीं है वहां पर यह संयंत्र लगाने की बात ग्रामीणों ने कही है। इस पदयात्रा में प्रमुख रूप से शेषमणि मिश्रा, इन्द्रमणि तिवारी, गुड्डा, शैलेन्द्र तिवारी, राज मिश्रा, संतोष पांडेय, सुभाष, संजू, राजबहादुर, मणी प्रसाद, विनोद कार्तिकेय, आस्कृत, उमाशंकर, राजीव तिवारी, दिवाकर सिंह सहित अन्य ने कहा कि पथरीली भूमि खाली पड़ी है। उन पर विचार किया जाएगा।
रीवा जिले के दूसरे हिस्से में जहां पर कोई बस्ती नहीं है वहां पर यह संयंत्र लगाने की बात ग्रामीणों ने कही है। इस पदयात्रा में प्रमुख रूप से शेषमणि मिश्रा, इन्द्रमणि तिवारी, गुड्डा, शैलेन्द्र तिवारी, राज मिश्रा, संतोष पांडेय, सुभाष, संजू, राजबहादुर, मणी प्रसाद, विनोद कार्तिकेय, आस्कृत, उमाशंकर, राजीव तिवारी, दिवाकर सिंह सहित अन्य ने कहा कि पथरीली भूमि खाली पड़ी है। उन पर विचार किया जाएगा।
विरोध को दबाने का हो रहा प्रयास
ग्रामीणों ने कहा है कि जब से वह गांव के बीच लग रहे कचरा संयंत्र का विरोध करने लगे, तब से प्रशासनिक अधिकारी लगातार धमकियां दे रहे हंै। जबरिया मुकदमे लगाए जा रहे हैं। साथ ही आगे भी परेशान करने की धमकी दी जा रही है।
ग्रामीणों ने कहा है कि जब से वह गांव के बीच लग रहे कचरा संयंत्र का विरोध करने लगे, तब से प्रशासनिक अधिकारी लगातार धमकियां दे रहे हंै। जबरिया मुकदमे लगाए जा रहे हैं। साथ ही आगे भी परेशान करने की धमकी दी जा रही है।
पहले भी हो चुके हैं बड़े प्रदर्शन
कचरा संयंत्र का विरोध प्रदर्शन यह कोई पहला नहीं है, इसके पहले भी कई बार उग्र रूप से ग्रामीण विरोध दर्ज करा चुके हैं। बीते महीने ही जिला पंचायत के अध्यक्ष अभय मिश्रा और गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के नेता कपिध्वज सिंह ने करीब दस गांवों के ग्रामीणों के साथ विरोध प्रदर्शन किया था। अभय मिश्रा भाजपा के नेता हैं उन्होंने अपने ही पार्टी की सरकार की नियति पर सवाल उठाए थे।
कचरा संयंत्र का विरोध प्रदर्शन यह कोई पहला नहीं है, इसके पहले भी कई बार उग्र रूप से ग्रामीण विरोध दर्ज करा चुके हैं। बीते महीने ही जिला पंचायत के अध्यक्ष अभय मिश्रा और गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के नेता कपिध्वज सिंह ने करीब दस गांवों के ग्रामीणों के साथ विरोध प्रदर्शन किया था। अभय मिश्रा भाजपा के नेता हैं उन्होंने अपने ही पार्टी की सरकार की नियति पर सवाल उठाए थे।
158 करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट
पहडिय़ा गांव में स्थापित होने जा रहे इस प्रोजेक्ट की लागत 158 करोड़ रुपए है। यहां पर सतना, रीवा एवं सीधी जिले के 28 नगरीय निकायों से निकलने वाले कचरे का लाया जाएगा और उससे 6 मेगावॉट बिजली बनाई जाएगी। कलस्टर बेस्ड यह प्रोजेक्ट लगातार विवादों से घिरता जा रहा है।
पहडिय़ा गांव में स्थापित होने जा रहे इस प्रोजेक्ट की लागत 158 करोड़ रुपए है। यहां पर सतना, रीवा एवं सीधी जिले के 28 नगरीय निकायों से निकलने वाले कचरे का लाया जाएगा और उससे 6 मेगावॉट बिजली बनाई जाएगी। कलस्टर बेस्ड यह प्रोजेक्ट लगातार विवादों से घिरता जा रहा है।