चिकित्सकों की मानें तो गर्मी के दिनों में जानवरों के शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जिससे वह पानी अधिक पीते हैं और भोजन कम कर देते हैं। ठंड के मौसम में जानवरों की पाचन क्षमता बढ़ जाती है। जिसके चलते अधिक मात्रा में वह आहार पचा लेते हैं। इसी के चलते समय-समय पर उनके आहार की समीक्षा की जाती है और मात्रा बढ़ाई-घटाई जाती है।
चिडिय़ाघर के सभी जानवरों और सफारी के बाघ को कैल्सियम की खुराक दी जाएगी। इसमें जानवरों की पसंद के आधार पर कैल्सियम की गोली, सीरप और पाउडर भोजन के साथ दिया जाएगा। ठंड में प्रतिरोधक क्षमता इसकी वजह से बढ़ती है।
शाकाहारी जानवरों को अधिक ठंड बढऩे पर महुआ दिया जाएगा। भालू को यह महुआ दलिया के साथ दिया जाना है। इसके अलावा भोजन में अन्य ऐसे आहार शामिल किए जाएंगे जो ठंड के मौसम में जानवरों को शारीरिक लाभ पहुंचाएंगे।
जानवर – वर्तमान आहार – नया आहार
बाघ- 8 किलो मांस प्रति बाघ– 9.5 किलो ग्राम
बाघिन 7 किलो मांस ग्राम प्रति बाघिन– 8.5 किलोग्राम
तेंदुआ 6 किलोग्राम — 7 किलोग्राम
भालू 2 किलो दलिया, फल, शहद- – दूध दलिया, अंडा, फल, खजूर, महुआ
हिरन – औसत एक किलो अनाज महुआ की मात्रा बढ़ेगी
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव जू एण्ड ह्वाइट टाइगर सफारी के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. जेपी त्रिपाठी बताते हैं कि मौसम के हिसाब से जानवरों के आहार की समीक्षा की जाती है। अब ठंड बढ़ ही है, इस कारण आहार बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही कैल्सियम की खुराक और महुआ अतिरिक्त आहार के रूप में दिया जाएगा।