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टाइगर सफारी के बाघ का बढ़ेगा आहार, जानिए वजह

locationरीवाPublished: Nov 07, 2017 12:30:31 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

ठंड का मौसम आते ही चिडिय़ाघर में बाघों और अन्य जानवरों के भोजन की मात्रा बढ़ाई, सेंट्रल जू अथारिटी ऑफ इंडिया का भी है ठंड में आहार बढ़ाने का निर्देश

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Tiger safari tiger will grow food, know why

रीवा। ठंड का मौसम जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, उसके अनुसार तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर एवं ह्वाइट टाइगर सफारी में रह रहे जानवरों के आहार को भी मौसम के हिसाब से बदला जा रहा है। प्रबंधन ने आहार की समीक्षा के बाद तय किया है कि आगामी सप्ताह से बढ़ा हुआ आहार दिया जाएगा। खासतौर पर बाघों और शाकाहारी जानवरों के आहार को लेकर विशेष जोर दिया जा रहा है। अभी ठंड का मौसम अधिक नहीं बढ़ा है लेकिन जानवरों को जो भोजन दिया जा रहा है वह पूरा खा रहे हैं। जिसके चलते चिकित्सकों की टीम ने कहा है कि जैसे-जैसे मौसम में ठंडक बढ़ेगी उसी के आधार पर भोजन की मात्रा भी दी जानी चाहिए।
गर्मी के दिनों में घट जाता है आहार
चिकित्सकों की मानें तो गर्मी के दिनों में जानवरों के शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जिससे वह पानी अधिक पीते हैं और भोजन कम कर देते हैं। ठंड के मौसम में जानवरों की पाचन क्षमता बढ़ जाती है। जिसके चलते अधिक मात्रा में वह आहार पचा लेते हैं। इसी के चलते समय-समय पर उनके आहार की समीक्षा की जाती है और मात्रा बढ़ाई-घटाई जाती है।
सभी जानवरों को दी जाएगी कैल्सियम
चिडिय़ाघर के सभी जानवरों और सफारी के बाघ को कैल्सियम की खुराक दी जाएगी। इसमें जानवरों की पसंद के आधार पर कैल्सियम की गोली, सीरप और पाउडर भोजन के साथ दिया जाएगा। ठंड में प्रतिरोधक क्षमता इसकी वजह से बढ़ती है।
हिरन और भालू को देंगे महुआ
शाकाहारी जानवरों को अधिक ठंड बढऩे पर महुआ दिया जाएगा। भालू को यह महुआ दलिया के साथ दिया जाना है। इसके अलावा भोजन में अन्य ऐसे आहार शामिल किए जाएंगे जो ठंड के मौसम में जानवरों को शारीरिक लाभ पहुंचाएंगे।
जानवरों के आहार पर एक नजर


जानवरवर्तमान आहार – नया आहार
बाघ- 8 किलो मांस प्रति बाघ– 9.5 किलो ग्राम
बाघिन 7 किलो मांस ग्राम प्रति बाघिन– 8.5 किलोग्राम
तेंदुआ 6 किलोग्राम — 7 किलोग्राम
भालू 2 किलो दलिया, फल, शहद- – दूध दलिया, अंडा, फल, खजूर, महुआ
हिरन – औसत एक किलो अनाज महुआ की मात्रा बढ़ेगी
मौसम के हिसाब से होती है समीक्षा
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव जू एण्ड ह्वाइट टाइगर सफारी के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. जेपी त्रिपाठी बताते हैं कि मौसम के हिसाब से जानवरों के आहार की समीक्षा की जाती है। अब ठंड बढ़ ही है, इस कारण आहार बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही कैल्सियम की खुराक और महुआ अतिरिक्त आहार के रूप में दिया जाएगा।
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