दोपहर के समय पुलिस ने शहर के प्रमुख हिस्सों में फ्लैमार्च भी निकाला। शहर के साथ ही जिले भर में बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस बार लोगों ने स्वयं ही घर पर रहना उचित समझा। आवश्यकता से जुड़ी वस्तुएं पहले ही खरीदकर अधिकांश लोग रख लिए थे। रविवार के चलते सरकारी दफ्तर एवं अन्य प्रमुख सेवाएं बंद रहती हैं, इसका भी फायदा इस बार लॉकडाउन में देखने को मिला है। मोहल्लों में दुकानें बंद रहीं, शाम के समय कुछ जगह अपने घरों के आसपास लोग टहलते जरूर देखे गए हैं।
जनता ने लॉक डाउन का किया समर्थन
शहर में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में अफसर भ्रमण करते रहे। कलेक्टर इलैयाराजा टी और पुलिस अधीक्षक, एसडीएम हुजूर आदि अधिकारियों के साथ कंट्रोलरूम में अफसरों के साथ मंथन किया। कलेक्टर ने बताया कि जिले में लॉकडाउन पूरी तरह शांतिपर्वूक सफल रहा। जनता ने पूरी तरह से लॉकडाउन का समर्थन किया है।
शहर में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में अफसर भ्रमण करते रहे। कलेक्टर इलैयाराजा टी और पुलिस अधीक्षक, एसडीएम हुजूर आदि अधिकारियों के साथ कंट्रोलरूम में अफसरों के साथ मंथन किया। कलेक्टर ने बताया कि जिले में लॉकडाउन पूरी तरह शांतिपर्वूक सफल रहा। जनता ने पूरी तरह से लॉकडाउन का समर्थन किया है।
दवा दुकानें भी आधे से अधिक रहीं बंद
प्रशासन ने दवा दुकानों को इस लॉकडाउन से छूट दी थी, लेकिन अधिकांश स्थानों पर आधे से अधिक दवा दुकानें भी बंद रहीं। चिकित्सकों की क्लीनिकों की वजह से जहां पर ग्राहक आते हैं वह दुकानें अधिक संख्या में बंद रहीं। जो दुकानें खुलीं, वहां पर खरीददारों की संख्या काफी कम पहुंची। बहुत जरूरत होने पर ही लोग दवा दुकानों पर पहुंचे।
प्रशासन ने दवा दुकानों को इस लॉकडाउन से छूट दी थी, लेकिन अधिकांश स्थानों पर आधे से अधिक दवा दुकानें भी बंद रहीं। चिकित्सकों की क्लीनिकों की वजह से जहां पर ग्राहक आते हैं वह दुकानें अधिक संख्या में बंद रहीं। जो दुकानें खुलीं, वहां पर खरीददारों की संख्या काफी कम पहुंची। बहुत जरूरत होने पर ही लोग दवा दुकानों पर पहुंचे।
चिडिय़ाघर पहुंचे लोग वापस लौटे
एक ओर गांव से लेकर शहर तक हर जगह बंद करने का आह्वान प्रशासन ने किया था। वहीं मुकुंदपुर के महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर बंद होने की बावजूद दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे। नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया था, जिसके चलते लोग स्वयं ही वापस लौटे।
एक ओर गांव से लेकर शहर तक हर जगह बंद करने का आह्वान प्रशासन ने किया था। वहीं मुकुंदपुर के महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर बंद होने की बावजूद दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे। नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया था, जिसके चलते लोग स्वयं ही वापस लौटे।
यूपी बार्डर में भी रहा पुलिस का पहरा
लॉकडाउन में यूपी बार्डर में भी पुलिस का खख्त पहरा रहा। लॉक डाउन के कारण यूपी बार्डर को पुलिस ने सील किया था और किसी को भी एमपी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यूपी से जोडऩे वाले चाकघाट, हनुमना, जनेह, डभौरा व सेमरिया थाना क्षेत्रों में पुलिस ने चौकसी रखी थी। हाइवे में विशेष सतर्कता पुलिस ने बरती और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। कुछ विशेष स्थितियों में ही पुलिस लोगों को आवाजाही की अनुमति दे रही थी।
लॉकडाउन में यूपी बार्डर में भी पुलिस का खख्त पहरा रहा। लॉक डाउन के कारण यूपी बार्डर को पुलिस ने सील किया था और किसी को भी एमपी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यूपी से जोडऩे वाले चाकघाट, हनुमना, जनेह, डभौरा व सेमरिया थाना क्षेत्रों में पुलिस ने चौकसी रखी थी। हाइवे में विशेष सतर्कता पुलिस ने बरती और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। कुछ विशेष स्थितियों में ही पुलिस लोगों को आवाजाही की अनुमति दे रही थी।