प्रसव पीड़ा से 80 किमी तक कराहती रही महिला
गुरुवार को जवा सीएचसी पर स्वरूपा माझी पत्नी अमित माझी प्रसव पीड़ा से कराहती जवा सीएचसी अस्पताल पहुंची। डॉक्टर की कमी के चलते संजय गांधी अस्पताल के रेफर कर दिया गया। जिससे महिला प्रसव पीड़ा से 80 किमी तक कराहती रही। ज्यादातर गंभीर मरीज प्रयागराज की दूरी कम होने के कारण इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। दो दिन पहले जवा के पटहट में महिला सुमन गंभीर अवस्था में सीएचसी लाया गया। डॉक्टरों के अभाव में इलाज नहीं मिलने पर परिजनों ने प्रयागराज के शंकरगढ़ बाजार में भर्ती कराया।
गुरुवार को जवा सीएचसी पर स्वरूपा माझी पत्नी अमित माझी प्रसव पीड़ा से कराहती जवा सीएचसी अस्पताल पहुंची। डॉक्टर की कमी के चलते संजय गांधी अस्पताल के रेफर कर दिया गया। जिससे महिला प्रसव पीड़ा से 80 किमी तक कराहती रही। ज्यादातर गंभीर मरीज प्रयागराज की दूरी कम होने के कारण इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। दो दिन पहले जवा के पटहट में महिला सुमन गंभीर अवस्था में सीएचसी लाया गया। डॉक्टरों के अभाव में इलाज नहीं मिलने पर परिजनों ने प्रयागराज के शंकरगढ़ बाजार में भर्ती कराया।
मऊगंज अस्पताल की ओपीडी में 400 से अधिक मरीज पहुंचे
जिले के मऊगंज अस्पताल की ओपीडी में 400 से अधिक मरीज पहुंचे। सामान्य मरीजों को छोड़ भर्ती होने वाले मरीजों को ज्यादातर को रेफर कर दिया गया। यहां पर विशेषज्ञ सहित 17 डॉक्टरों के स्वीकृत हैं। लेकिन, नियुक्ति मजह 7 डॉक्टरों की नियुक्ति हैं। इस अस्पताल में अलग-अलग रोगों के दस विशेषज्ञों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन, विशेषज्ञ एक भी नहीं हैं। अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले ज्यादातर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।
जिले के मऊगंज अस्पताल की ओपीडी में 400 से अधिक मरीज पहुंचे। सामान्य मरीजों को छोड़ भर्ती होने वाले मरीजों को ज्यादातर को रेफर कर दिया गया। यहां पर विशेषज्ञ सहित 17 डॉक्टरों के स्वीकृत हैं। लेकिन, नियुक्ति मजह 7 डॉक्टरों की नियुक्ति हैं। इस अस्पताल में अलग-अलग रोगों के दस विशेषज्ञों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन, विशेषज्ञ एक भी नहीं हैं। अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले ज्यादातर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।
सीएचसी-पीएची में कुल 46 विशेषज्ञ
सीएमएचओ कार्यालय के रेकार्ड के अनुसार जिला अस्पताल लेकर जिले की सभी सीएचसी-पीएची में कुल 46 विशेषज्ञ चिकित्सकों में से महज 11 की पदस्थपना है। जबकि 78 मेडिकल आफीसरों से 56 ही कार्यरत हैं। अस्पतालों की ओपीडी में हर रोज दो हजार से ज्यादा मरीजों को 35 चिकित्सक अडेंट कर रहे हैं। इस तरह से कुल मिलाकर जिले की सीएचसी-पीएचसी में कुल विशेषज्ञों को मिलाकर 124 डॉक्टर के पद स्वीकृत हैं। जबकि 67 डॉक्टर की ही कार्यरत हैं।
सीएमएचओ कार्यालय के रेकार्ड के अनुसार जिला अस्पताल लेकर जिले की सभी सीएचसी-पीएची में कुल 46 विशेषज्ञ चिकित्सकों में से महज 11 की पदस्थपना है। जबकि 78 मेडिकल आफीसरों से 56 ही कार्यरत हैं। अस्पतालों की ओपीडी में हर रोज दो हजार से ज्यादा मरीजों को 35 चिकित्सक अडेंट कर रहे हैं। इस तरह से कुल मिलाकर जिले की सीएचसी-पीएचसी में कुल विशेषज्ञों को मिलाकर 124 डॉक्टर के पद स्वीकृत हैं। जबकि 67 डॉक्टर की ही कार्यरत हैं।
मऊगंज में अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक
जिले के मऊगंज में जिला स्तरीय अस्पताल में ग्रामीणों की शिकायत पर क्षेत्रीय विधायक अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने विधायक प्रदीप पटेल को बताया कि डॉक्टरों की संख्या कम होने के कारण गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो पता है। विधायक ने इस दौरान कई मरीजों से दवा आदि की जानकारी भी ली। विधायक के निरीक्षण के दौरान अस्पाल में कई मरीजों को फर्श पर इलाज किया जा रहा था। नए प्रभारी बीएमओ ने अस्पताल की व्यवस्था से रूबरू कराया। पखवारेभर पहुंचे यहां पर निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था मिलने पर तत्कालीन बीएमओ को संभागायुक्त ने सस्पेंड कर दिया था।
फैक्ट फाइल
जिले में कुल सीएचसी 12
जिले में कुल पीएचसी 30
जिले की कुल आबादी 26 लाख
जिले के मऊगंज में जिला स्तरीय अस्पताल में ग्रामीणों की शिकायत पर क्षेत्रीय विधायक अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने विधायक प्रदीप पटेल को बताया कि डॉक्टरों की संख्या कम होने के कारण गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो पता है। विधायक ने इस दौरान कई मरीजों से दवा आदि की जानकारी भी ली। विधायक के निरीक्षण के दौरान अस्पाल में कई मरीजों को फर्श पर इलाज किया जा रहा था। नए प्रभारी बीएमओ ने अस्पताल की व्यवस्था से रूबरू कराया। पखवारेभर पहुंचे यहां पर निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था मिलने पर तत्कालीन बीएमओ को संभागायुक्त ने सस्पेंड कर दिया था।
फैक्ट फाइल
जिले में कुल सीएचसी 12
जिले में कुल पीएचसी 30
जिले की कुल आबादी 26 लाख