जिले में इन दोनो खदानों के शुरू होने पर स्थानीय ग्राहकों को पर्याप्त कोयल उपलब्ध होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि टीएचडीसी के लिए उत्तर प्रदेश के खुर्जा जिले में शुरू होने वाले पावर प्लांट के लिए कोयला उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता होगी, लेकिन एपीएमडीसी की ओर से स्थानीय विद्युत उत्पादक कंपनियों के साथ अन्य ग्राहकों को पर्याप्त कोयला उपलब्ध कराया जाएगा।
वर्तमान में यहां ऊर्जाधानी में कंपनियों की ओर से करीब 100 मीट्रिक टन कोयले की खपत हो रही है।अकेले एनसीएल 80 मीट्रिक टन कोयला हर रोज अपने ग्राहकों को देता है। बाकी का २० टन कोयला अन्य दूसरी कंपनी खुद से उत्पादन कर उपयोग में लाती हैं। दो नईखदान शुरू होने की स्थिति में हर रोज कोयले की उपलब्धता 150 मीट्रिक टन के करीब पहुंचने की संभावना है।