नैक मूल्यांकन की कराएगा तैयारी
यूजीसी की ओर से मेंटर कॉलेज बनाए जाने के तहत टीआरएस कॉलेज को जिले के उन कॉलेजों को मार्गदर्शन प्रदान करने की जिम्मेदारी दी गई है, जिनकी ओर से अभी मूल्यांकन नहीं कराया जा सका है। टीआरएस कॉलेज बाकी के दूसरे कॉलेजों को नैक मूल्यांकन की तैयारी के बावत मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
यूजीसी की ओर से मेंटर कॉलेज बनाए जाने के तहत टीआरएस कॉलेज को जिले के उन कॉलेजों को मार्गदर्शन प्रदान करने की जिम्मेदारी दी गई है, जिनकी ओर से अभी मूल्यांकन नहीं कराया जा सका है। टीआरएस कॉलेज बाकी के दूसरे कॉलेजों को नैक मूल्यांकन की तैयारी के बावत मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
कॉलेज के लिए माना जा रहा बड़ी उपलब्धि
कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामलला शुक्ला के मुताबिक इसके लिए कॉलेज प्रशासन को न केवल एक विशेष कमेटी का गठन करना होगा। बल्कि कमेटी कॉलेजों में जाकर वस्तुस्थिति का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के बाद नैक मूल्यांकन की तैयारी के बावत कॉलेजों में मार्गदर्शन दिया जाएगा। यूजीसी की ओर से की गई मेंटर कॉलेज की घोषणा कॉलेज के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामलला शुक्ला के मुताबिक इसके लिए कॉलेज प्रशासन को न केवल एक विशेष कमेटी का गठन करना होगा। बल्कि कमेटी कॉलेजों में जाकर वस्तुस्थिति का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के बाद नैक मूल्यांकन की तैयारी के बावत कॉलेजों में मार्गदर्शन दिया जाएगा। यूजीसी की ओर से की गई मेंटर कॉलेज की घोषणा कॉलेज के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
क्रेडिट सिस्टम वाला बनेगा इकलौता कॉलेज
टीआरएस कॉलेज को प्रदेश के उन कॉलेजों में भी शामिल किया गया है, जहां च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू होगा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के अलावा टीआरएस क्रेडिट सिस्टम लागू करने वाला विंध्य क्षेत्र का इकलौता कॉलेज बनेगा। इस सिस्टम के लागू होने के बाद यहां प्रवेश लेने वाले छात्र दूसरे पाठ्यक्रमों के टॉपिक में भी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए छात्रों को दूसरे शैक्षणिक संस्थानों में भी पढ़ाई करने की छूट होगी।
टीआरएस कॉलेज को प्रदेश के उन कॉलेजों में भी शामिल किया गया है, जहां च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू होगा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के अलावा टीआरएस क्रेडिट सिस्टम लागू करने वाला विंध्य क्षेत्र का इकलौता कॉलेज बनेगा। इस सिस्टम के लागू होने के बाद यहां प्रवेश लेने वाले छात्र दूसरे पाठ्यक्रमों के टॉपिक में भी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए छात्रों को दूसरे शैक्षणिक संस्थानों में भी पढ़ाई करने की छूट होगी।
नए शैक्षणिक सत्र से लागू होगी अव्यवस्था
कॉलेज में च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम नए शैक्षणिक सत्र से लागू होगा। अगले वर्ष नए सत्र में प्रवेश लेने के साथ ही छात्र-छात्राएं इस व्यवस्था का फायदा उठा सकेंगे। इसको लेकर कॉलेज प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। प्राचार्य के मुताबिक इस बावत यूजीसी की ओर से गाइड लाइन जारी है। उसी गाइड लाइन के अनुरूप व्यवस्था लागू करने को उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया है।
कॉलेज में च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम नए शैक्षणिक सत्र से लागू होगा। अगले वर्ष नए सत्र में प्रवेश लेने के साथ ही छात्र-छात्राएं इस व्यवस्था का फायदा उठा सकेंगे। इसको लेकर कॉलेज प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। प्राचार्य के मुताबिक इस बावत यूजीसी की ओर से गाइड लाइन जारी है। उसी गाइड लाइन के अनुरूप व्यवस्था लागू करने को उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया है।