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रीवा का सोलर पॉवर प्लांट भूमि पूजन के एक साल बाद किस हाल में है, जानिए कितना हो रहा उत्पादन

locationरीवाPublished: Dec 25, 2018 11:44:54 am

Submitted by:

Mrigendra Singh

– छह महीने में सरकार ने पूरा करने का किया था दावा- 100 मेगॉवाट बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने की तैयारी, यूनिट क्रमांक एक का काम अधूरा

रीवा। अल्ट्रामेगा सोलर पॉवर प्लांट बदवार के भूमि पूजन को एक वर्ष पूरे हो चुके हैं। अब तक पूरी तरह से यह तैयार नहीं हो पाया है। प्लांट में कई ऐसी तकनीकी खामियां सामने आई हैं जिसकी वजह से काम लगातार अटकता रहा है। एक वर्ष पहले भूमिपूजन के दौरान मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि छह माह के भीतर प्लांट तैयार हो जाएगा।
दावे के अनुसार उत्पादन तो प्रारंभ हो गया है लेकिन अब तक कई ऐसी खामियां हैं जिसकी वजह से काम में देरी हो रही है। बताया गया है कि सोलर पॉवर प्लांट के यूनिट नंबर एक का कूलिंग स्टेशन समय पर नहीं बन पाया है। जिसकी वजह से इसमें फिलहाल उत्पादन नहीं बढ़ाया जाएगा। यहां पर पूर्व में लगाया गया ट्रांसफार्मर ठीक नहीं होने की वजह से नया ट्रांसफार्मर मंगाया गया है। कूलिंग स्टेशन तैयार होने के बाद ही बिजली का उत्पादन बढ़ाया जाएगा। इस स्टेशन के लिए कई बार प्रयास किए गए लेकिन तकनीकी खामियों के चलते उत्पादन प्रारंभ नहीं हो पाया था।
दिल्ली से समय-समय पर इंजीनियर्स की टीम आती है, जिसने कई सुधार के निर्देश दिए हैं लेकिन उसे पूरा नहीं किया जा सका है। 750 मेगावॉट क्षमता वाले इस प्लांट में इनदिनों 230 मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। हाल ही में इंजीनियर्स ने 110 मेगावॉट क्षमता और बढ़ाने की अनुमति दे दी है। निर्माण कार्य भूमि पूजन के पहले से ही चल रहा था। जिस दौरान भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, उस समय यूनिट क्रमांक दो और तीन में आधे से अधिक कार्य हो चुका था।
सरकार ने पहले इसके लोकार्पण की तैयारी मई महीने में की थी, लेकिन अधूरे कार्यों की वजह से उसे बढ़ाया जाता रहा है। इसके बाद 30 जून फिर 15 अगस्त को लोकार्पण प्रधानमंत्री से कराने का दावा तत्कालीन मंत्री की ओर से किया जाता रहा। इस बीच चुनाव प्रारंभ हो गए और अब सरकार भी बदल गई है। नई सरकार का अभी मंत्रिमंडल भी गठन नहीं हुआ है, इस वजह से प्लांट को लेकर अभी कोई दिशा निर्देश नहीं आया है।
– छह माह से अधिक का समय लगने का अनुमान
प्लांट की निर्धारित क्षमता 750 मेगावॉट का उत्पादन प्रारंभ करने में अभी छह माह से अधिक का समय लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी एसएस गौतम बताते हैं कि तीनों इकाइयों में धीरे-धीरे उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। यूनिट क्रमांक एक में निर्माण का कार्य कुछ धीमा होने की वजह से यहां क्षमता के अनुरूप उत्पादन करने में समय लग सकता है। नए साल के पहले सप्ताह में यूनिट क्रमांक दो में 50 मेगावॉट और तीन में 60 मेगावॉट उत्पादन और बढ़ाया जाएगा। इसके बाद इनकी क्षमता के अनुरूप उत्पादन प्रारंभ कराने का प्रयास होगा।
– वर्तमान में ये है उत्पादन की स्थिति
यूनिट क्रमांक एक- 40 मेगावॉट
यूनिट क्रमांक दो- 150 मेगावॉट
यूनिट क्रमांक तीन- 40 मेगावॉट

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