बताया गया है कि एमपीआनलाइन पोर्टल पर प्रवेश की प्रक्रिया होगी। जिसमें छात्र कियोस्क सेंटर या फिर स्वयं के संसाधन से भी आवेदन कर सकते हैं। इससे विश्वविद्यालय में लगने वाली भीड़ से राहत मिलेगी। प्रवेश के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 800 रुपए शुल्क देना होगा। वहीं एससी-एसटी जाति वर्ग के छात्रों को 500 रुपए देना होगा।
यह प्रवेश प्रक्रिया बीते आठ अगस्त से शुरू की गई है लेकिन विश्वविद्यालय की वेबसाइट में आई तकनीकी खराबी की वजह से कई दिनों तक तो छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी ही नहीं हो पाई। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि प्रवेश प्रक्रिया की तिथि आगे भी मांग के अनुसार बढ़ाई जा सकती है। विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू शंकरलाल अग्रवाल का कहना है कि प्रवेश के लिए सात सितंबर तक आवेदन छात्रों के आनलाइन स्वीकार किए जाएंगे।
– इन नियमित कोर्स में होगा प्रवेश
विश्वविद्यालय ने जिन नियमित पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिसूचना जारी की है उसमें प्रमुख रूप से एमफिल इंवारमेंटल वायलॉजी एण्ड पालिसी रिसर्च, एमएससी इंवारमेंटल वायलॉजी, केमेस्टी, मैथ, फिजिक्स, एमए इतिहास, भूगोल, व्यवसायिक अर्थशास्त्र, फिलासिपी, हिन्दी, अंग्रेजी, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र आदि में प्रवेश दिया जाएगा।
– स्ववित्तीय पाठ्यक्रम में ये शामिल
विश्वविद्यालय ने स्ववित्तीय पाठ्यक्रमों को पांच ग्रुपों में विभाजित किया है। जिसमें एमफिल के १७ पाठ्यक्रम, दूसरे ग्रुप में एमबीए, एमएसडब्ल्यू, एमएससी, एमटेक, एमकाम, एमए-योगा, एमसीए आदि शामिल हैं जो पीजी पाठ्क्रम में शामिल हैं। तीसरे ग्रुप में डिग्री प्रोग्राम है जिसमें बीबीए, बीसीए, बीकाम आनर्स, बीएससी, बीपीइएस, बीए आनर्स को शामिल किया गया है। चौथे ग्रुप में इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम को शामिल किया गया है जिसमें बीएएलएलबी को रखा गया है। पांचवे ग्रुप में डिप्लोमा पाठ्यक्रम रखे गए हैं। इसमें डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसिलिंग, डिप्लोमा इन योगा एजुकेशन को शामिल किया गया है।
– स्किल डेवलपमेंट के प्रोग्राम भी शुरू किया
विश्वविद्यालय ने स्किल डेवलपमेंट के प्रोग्राम भी शुरू किए हैं। जिसमें सोलर एनर्जी, क्लीनिकल और बायोकेमिकल टेक्निक, कम्युनिकेशन एण्ड साफ्ट स्किल्स, हेरिटेज मैनेजमेंट, माइक्रो फाइनेंस, रूलर मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, फूड न्यूटे्रशन एण्ड डाइट आदि पर भी पाठ्यक्रम शुरू किया गया है।
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