एपीएसयू के दूरवर्ती भवन का एक हिस्सा सीआईआई एमसीसी को सेंटर चलाने के लिए दे दिया गया है। सीआईआई ने अपने सेंटर स्थापित करना शुरू कर दिया है। शॉर्ट – टर्म कोर्स से संबंधित लैब तैयार की जा रही है। प्रशिक्षण लेने के लिए करीब एक हजार युवाओं ने पंजीयन भी करा लिया है। लैब तैयार होने के बाद यहां ट्रेनिंग शुरू जो जाएगी।
सेंटर स्थापित करने का कार्य पिछले वर्ष सितंबर – अक्टूबर महीने में शुरू हुआ है। लैब स्थापित होने में देरी की वजह से अभी सभी कोर्सों में प्रशिक्षण शुरू नहीं हो पाया है। कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव ने कहा कि प्रतिवर्ष करीब एक हजार युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह करार किया गया है।
एक हजार से ज्यादा युवाओं ने कराया पंजीयन
पंजीयन कराने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। सीआईआई की साइट पर बेरोजगार युवा ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिसमें उन्हें योग्यता एवं निवास स्थान की जानकारी देनी होगी। इसके बाद उनका कॅरियर इंट्रेस्ट टेस्ट होगा।
पंजीयन कराने के बाद उनकी योग्यता एवं कंपनी की जरूरत के मुताबिक सीआईआई युवाओं को प्रशिक्षित करेगी। प्रशिक्षित करने के बाद उन्हें संबंधित कंपनी में जॉब उपलब्ध कराई जाएगी।
डाटा इंट्री का दिया जा रहा प्रशिक्षण
सीआईआई फिलहाल युवाओं को डाटा इंट्री का प्रशिक्षण दे रही है। एपीएसयू के छात्र अधीष्ठाता प्रो. एसएल अग्रवाल ने बताया कि डाटा इंट्री एवं सेल्स से संबंधित जॉब्स के लिए प्रशिक्षण शुरू हो गया है। कुछ युवाओं को जॉब्स उपलब्ध कराई गई है।
छात्रों को मिलेगा प्लेटफार्म
बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए ज्यादा भटकना नहीं पड़ेगा। पंजीयन के बाद उनके लिए सीआईआई उपयुक्त जॉब चयन कर उन्हें आमंत्रित करेगी। संबंधित कंपनी में जाकर युवा अपनी क्षमता के मुताबिक काम कर सकते हैं।
देश के कई कंपनियों को सीआईआई प्रशिक्षित युवा उपलब्ध कराती है। काउंसलिंग एवं स्किल अपग्रडेशन के बाद उन्हें प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान की जाएगी। खास बात यह है कि युवाओं को यहां प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा।