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विश्वविद्यालय में जुट रहे सैकड़ों छात्र, जानिए क्या है वजह

एक साथ सैकड़ा भर छात्रों की लग रही भीड़ , एक दिन में रिकार्ड तैयार करना हो रहा मुश्किल

रीवाOct 27, 2018 / 02:24 pm

Vedmani Dwivedi

University rewa Student problem

University rewa Student problem

रीवा. अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कक्ष में शुक्रवार की शाम चार बजे करीब सैकड़ा भर छात्र-छात्राओं की भीड़ जमा हुई। यह भीड़ माइग्रेशन प्राप्त करने के लिए जमा हुई थी।

विश्वविद्यालय में प्रतिदिन माइग्रेशन के लिए ऐसी ही भीड़ जमा हो रही है। जिसकी वजह से छात्र-छात्राओं को दिक्कत हो रही है। माइग्रेशन के लिए कोई काउंटर नहीं बनाया गया है। एक कमरे में कर्मचारी बैठकर वितरण करता है। वहीं पर छात्र-छात्राओं की भीड़ भी जमा हो जाती है।

एक-दो छात्रों का माइग्रेशन देने के बाद कर्मचारी अन्य कार्य में व्यस्त हो जाते है। सैकड़ों छात्रों की भीड़ इंतजार करती रहती है। इंतजार इतना लम्बा होता है कि छात्रों को रात हो जाती है। कभी-कभी तो दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ता है। सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सतना से आने वाले छात्र-छात्राओं को ज्यादा दिक्कत होती है।

एपीएसयू से संबंधित सभी कॉलेजों के छात्र माइग्रेशन के लिए विश्वविद्यालय आते हैं। अन्य विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेज में प्रवेश लेने के दौरान उन्हें माइग्रेशन की जरूरत पड़ती है।

माइग्रेशन लेने आए शहडोल के कुछ छात्रों के मुताबिक माइग्रेशन को बनवाने में जितनी दिक्कत नहीं होती। उससे ज्यादा दिक्कत उसे पाने में होती है। माइग्रेशन देने के लिए कम से कम दो काउंटर की व्यवस्था करनी चाहिए। जहां छात्र अपने माइग्रेशन को ले सके।

बिना किसी काउंटर के वितरण में काफी दिक्कत होती है। छात्रों के मुताबिक जानबूझकर ऐसी अव्यवस्था बनाई जाती है।

माइग्रेशन के लिए करीब सैकड़ा भर से ज्यादा छात्र-छात्राएं प्रतिदिन आवेदन कर रहे हैं। दोपहर एक बजे तक ऑनलाइन आवेदन लिए जाते हैं।

इसके बाद माइग्रेशन तैयार कर शाम चार बजे से छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराना होता है। विभिन्न स्थानों से ऑनलाइन आवेदन करने वाले छात्र-छात्राएं शाम चार बजे माइग्रेशन के लिए विश्वविद्यालय में एकत्रित होते हैं। विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को दो घंटे में माइग्रेसन तैयार करना होता है।

आनन-फानन में यह काम पूरा किया जाता है। जिससे उसी दिन छात्रों को मिल सके।

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