कोई महिला चिकित्सक नहीं
यहां पर एक भी महिला डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की गई है। पर्याप्त संख्या में स्टॉफ नर्सें भी नहीं हैं। जिससे यहां मरीजों को इलाज एवं दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं।
बताया गया है कि ग्राम बड़ी चमढिय़ा निवासी 80 वर्षीय सुमेश्वर साकेत पिता महाबली साकेत की तबियत खराब होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आए थे।
बीपी नापने की मशीन भी नहीं
उन्होंने डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने बॉटल चढ़ाने के लिये लिखा दिया। वहीं एक नर्स उनको बॉटल देकर गायब हो गई। वहीं ग्राम टटिहरा निवासी सुभलायक पटेल समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नईगढ़ी में ब्लेड प्रेशर चेक कराने गये तो डॉक्टरों ने कहा कि बीपी नापने की मशीन नहीं है। जिससे उनको बैरंग लौटना पड़ा। इतना ही नहीं समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नईगढ़ी में रोगी कल्याण समिति की राशि का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।
यहां पर एक भी महिला डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की गई है। पर्याप्त संख्या में स्टॉफ नर्सें भी नहीं हैं। जिससे यहां मरीजों को इलाज एवं दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं।
बताया गया है कि ग्राम बड़ी चमढिय़ा निवासी 80 वर्षीय सुमेश्वर साकेत पिता महाबली साकेत की तबियत खराब होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आए थे।
बीपी नापने की मशीन भी नहीं
उन्होंने डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने बॉटल चढ़ाने के लिये लिखा दिया। वहीं एक नर्स उनको बॉटल देकर गायब हो गई। वहीं ग्राम टटिहरा निवासी सुभलायक पटेल समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नईगढ़ी में ब्लेड प्रेशर चेक कराने गये तो डॉक्टरों ने कहा कि बीपी नापने की मशीन नहीं है। जिससे उनको बैरंग लौटना पड़ा। इतना ही नहीं समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नईगढ़ी में रोगी कल्याण समिति की राशि का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।