रीवा में साइबर फ्रॉड के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स व मैसेंजर का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें वीडियो कॉलिंग के माध्यम से लड़कियां फोन करती हैं और यह पूरी तरह से अश्लील चैट होती है। लड़कियां झांसे में लेकर कपड़े तक उतरवा लेती हैं। और दूसरी ओर वे वीडियो की रिकॉर्डिंग करके स्क्रीनशॉट ले लेती हैं। इसके बाद ठगी का खेल शुरू होता है। बाद में संबंधित व्यक्ति को फोटो व वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए जमा करवाती हैं। अक्सर लोग बदनामी से बचने के लिए उनके द्वारा बताए गए अकाउंट नंबर में रुपए ट्रांसफर कर देते हैं। हाल ही में रीवा जिले के अंदर ऐसे तीन मामले सामने आए हैं जिसमे लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है। तीनों मामलों की शिकायतें पुलिस के पास पहुंची है जिसको लेकर अब पुलिस अलर्ट हो गई है और उक्त घटनाओं को अंजाम देने वाली लड़कियों की तलाश की जा रही है।
दूसरे प्रदेशों से आते हैं फोन
आमतौर पर इस तरह की ठगी करने वाले बदमाश दूसरे प्रदेशों के नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। उनके द्वारा जिस अकाउंट नंबर में रुपए जमा कराए जाते हैं वे राजस्थान के अलवर, मेवाड़, चेन्नई व हैदराबाद के अकाउंट नंबर शामिल है, जिनके संबंध में पुलिस जांच कर रही है।
अभी तक तीन मामले पहुंचे थाने
शहर के अमहिया मोहल्ले में रहने वाले एक व्यक्ति 15 दिन पूर्व ठगी का शिकार हुए हैं। उनको वीडियो कॉलिंग से लड़की ने फोन किया और फिर स्क्रीनशॉट वायरल करने की धमकी देकर खाते में रुपए जमा करवा लिये। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी है। वही सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाला युवक करीब 2 माह पूर्व ठगी का शिकार हुआ है। उसे भी युवती ने स्क्रीनशॉट वायरल करने की धमकी देकर खाते में रुपए जमा करवाए हैं और सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति इसी तरह ठगी का शिकार हुए हैं उनको भी करीब दो माह पूर्व इसी तरह फोन आया था लेकिन उन्होंने लड़की के कहने पर खाते में रुपए जमा नहीं किए थे। हालांकि इसकी शिकायत थाने में कराई थी।
पाकिस्तानी नंबर से तंग आकर युवक ने की थी आत्महत्या
पाकिस्तान के सीरियल नंबर के मोबाइल से फोन करने वाली एक लड़की से परेशान होकर बिछिया थाना क्षेत्र में युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। आशंका जताई जा रही है कि उसको भी किसी बात को लेकर ब्लैकमेल किया जा रहा था जिससे परेशान होकर उसने अपना जीवन समाप्त कर लिया। हालांकि इस मामले की जांच साइबर सेल की टीम कर रही है।
साइट के नाम पर ठगी
वर्तमान में जिले के भीतर पुरानी चीजों व अन्य जरूरत की सामग्री व रेंट सहित अन्य के लिए बनाई गई साइट्स के नाम पर भी जमकर ठगी हो रही है। इन साइट्स में पुराने सामानों को काफी सस्ते दामों में दिखाया जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति झांसे में आया तो उसे सामान दिलाने के एवज में रुपए जमा करवाए जाते हैं जो फिर वापस नहीं मिलते हैं। मऊगंज थाना क्षेत्र में पुरानी गाडिय़ां खरीदने के नाम पर दो लोग ठगी का शिकार हुए हैं। उनके साथ इस की घटना को अंजाम देने वाला बदमाश सेना की वर्दी पहने हुए था। पीडि़तों को केस दर्ज होने की धमकी देकर उसे खाते में रुपए जमा करवा लिया जाता है।