ग्रामीणों के बहिष्कार की सूचना जैसे ही प्रशासन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान लोगों को समझाईश देने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने मतदान करने साफ इंकार कर दिया। पूरे गांव ने एक स्वर में मतदान के बहिष्कार की घोषणा कर दी। दिन भर अधिकारी लोगों को समझाने में लगे रहे लेकिन वे मतदान को तैयार नहीं हुए। अंतत: अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा। उक्त मतदान केन्द्र में इलेक्शन ड्यूटी सर्टीफिकेट के कर्मचारियों ने पांच मत डाले हैं। इसके अलावा किसी भी ग्रामीण ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया।
हर्रहा गांव में बहिष्कार, अधिकारियों के आश्वासन पर शुरू हुआ मतदान
उधर मऊगंज थाने के हर्रहा गांव में लोगों ने मतदान का बहिस्कार कर दिया। सुबह स्थानीय लोगों ने मतदान करने से साफ इंकार कर दिया। उनकी शिकायत आसपास स्थित क्रेशर थे जिसकी वजह से पूरे गांव में प्रदूषण है। स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार है। लोगों ने कई बार क्रेशरों की शिकायत अधिकारियों से की लेकिन कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया। इससे नाराज ग्रामीणों ने मतदान न करने की घोषणा कर दी। इसकी सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनको कार्रवाई का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन पर स्थानीय लोग अपने मताधिकार का इस्तमाल करने को राजी हो गये। चार घंटे बाद गांव में मतदान शुरू हुआ था।
उधर मऊगंज थाने के हर्रहा गांव में लोगों ने मतदान का बहिस्कार कर दिया। सुबह स्थानीय लोगों ने मतदान करने से साफ इंकार कर दिया। उनकी शिकायत आसपास स्थित क्रेशर थे जिसकी वजह से पूरे गांव में प्रदूषण है। स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार है। लोगों ने कई बार क्रेशरों की शिकायत अधिकारियों से की लेकिन कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया। इससे नाराज ग्रामीणों ने मतदान न करने की घोषणा कर दी। इसकी सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनको कार्रवाई का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन पर स्थानीय लोग अपने मताधिकार का इस्तमाल करने को राजी हो गये। चार घंटे बाद गांव में मतदान शुरू हुआ था।