अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी में हुए काम बंद आंदोलन की जानकारी होते ही रीवा से आईजी एवं डीआईजी, एएसपी सहित भारी पुलिस अमला नौबस्ता पुलिस चौकी पहुंचा और आंदोलनरत श्रमिकों को यह सांत्वना देते हुए आंदोलन समाप्त करा दिया कि जो भी मारपीट के आरोपी होंगे उन्हें किसी भी हालात में बक्सा नहीं जाएगा। घायल पांचों श्रमिकों को उपचार के लिए पुलिस जिला चिकित्सालय ले गई तथा नौवस्ता चौकी प्रभारी ने कहा कि मेडिकल परीक्षण के उपरांत प्रकरण पंजीबद्ध किया जएगा। श्रमिक नेता यूनियन अध्यक्ष बसंतलाल सिंह, कोषाध्यक्ष तुरेंद्र सिंह, महासचिव रामआशीष मिश्रा, गढ़वा सरपंच सीटू नेता रमाकांत तिवारी आदि नेताओं ने कंपनी के प्रबंधको पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि उनकी मनमानी नहीं चलेगी और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
आएदिन हो रही मारपीट की घटनाएं
जेपी कंपनी को जब से अल्ट्राटेक कंपनी ने खरीदा है तभी से कंपनी में आएदिन कोई-कोई घटना घट रही है। कंपनी के पुराने कर्मचारियों को पहले हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई जिससे कर्मचारियों में आक्रोश हुआ और वे आंदोलन की राह पर चल पड़े। इसके बाद कुछ पुराने कर्मचारियों को काम तो दिया गया लेकिन उनको वह सम्मान नहीं दिया जा रहा है, जिसके वे हकदार है। नए ठेकेदार के कर्मचारियों से पुराने कर्मचारियों की प्रतिदिन झड़प होती है। कारण है पुराने कर्मचारियों को काम का माद्दा अधिक है। वहीं इस मामले को लेकर कंपनी प्रबंधन बेफिक्र बना हुआ है। अभी पांच कर्मचारियों को नए श्रमिकों ने घायल किया है, आगे कोई बड़ी घटना कंपनी के अंदर हो सकती है। इस पर प्रशासन को भी सक्रिय होने की जरूरत है।
जेपी कंपनी को जब से अल्ट्राटेक कंपनी ने खरीदा है तभी से कंपनी में आएदिन कोई-कोई घटना घट रही है। कंपनी के पुराने कर्मचारियों को पहले हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई जिससे कर्मचारियों में आक्रोश हुआ और वे आंदोलन की राह पर चल पड़े। इसके बाद कुछ पुराने कर्मचारियों को काम तो दिया गया लेकिन उनको वह सम्मान नहीं दिया जा रहा है, जिसके वे हकदार है। नए ठेकेदार के कर्मचारियों से पुराने कर्मचारियों की प्रतिदिन झड़प होती है। कारण है पुराने कर्मचारियों को काम का माद्दा अधिक है। वहीं इस मामले को लेकर कंपनी प्रबंधन बेफिक्र बना हुआ है। अभी पांच कर्मचारियों को नए श्रमिकों ने घायल किया है, आगे कोई बड़ी घटना कंपनी के अंदर हो सकती है। इस पर प्रशासन को भी सक्रिय होने की जरूरत है।