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अल्ट्राटेक कंपनी में श्रमिकों में मारपीट, काम बंद आंदोलन

locationरीवाPublished: Jul 13, 2018 12:54:22 pm

Submitted by:

Mahesh Singh

पुराने श्रमिकों के साथ नए ठेकेदार के श्रमिकों ने की मारपीट

Workers clash in UltraTech company, work stop movement

Workers clash in UltraTech company, work stop movement

रीवा. जेपी पुरम स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी में पुराने श्रमिकों के साथ नए ठेकेदार देवेन्द्र सिंह के श्रमिकों ने जमकर मारपीट की जिससें पांच श्रमिक गंभीर रुप से घायल हो गए। प्लांट के श्रमिकों को मारपीट की जानकारी जब हुई तभी सभी श्रमिक एकत्र होकर काम बंद आंदोलन शुरु कर दिए और मारपीट करने वाले ठेकेदार व उसके श्रमिकों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करने लगे। अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी में कार्यरत पुराने श्रमिक भरत केवट, महेश सिंह रघुवंशी, रामजियावन कुशवाहा, कैलाश केवट, रामकलेश केवट के साथ कार्य को लेकर पैकिंग प्लांट के नए ठेकेदार ने अपने ठेके के सुपरवाइजर एवं श्रमिकों से जानलेवा हमला करा दिया था। सीमेन्ट कंपनी में कार्यरत सभी श्रमिक घायल श्रमिकों को नौबस्ता पुलिस चौकी रिपोर्ट कराने ले गए।
अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी में हुए काम बंद आंदोलन की जानकारी होते ही रीवा से आईजी एवं डीआईजी, एएसपी सहित भारी पुलिस अमला नौबस्ता पुलिस चौकी पहुंचा और आंदोलनरत श्रमिकों को यह सांत्वना देते हुए आंदोलन समाप्त करा दिया कि जो भी मारपीट के आरोपी होंगे उन्हें किसी भी हालात में बक्सा नहीं जाएगा। घायल पांचों श्रमिकों को उपचार के लिए पुलिस जिला चिकित्सालय ले गई तथा नौवस्ता चौकी प्रभारी ने कहा कि मेडिकल परीक्षण के उपरांत प्रकरण पंजीबद्ध किया जएगा। श्रमिक नेता यूनियन अध्यक्ष बसंतलाल सिंह, कोषाध्यक्ष तुरेंद्र सिंह, महासचिव रामआशीष मिश्रा, गढ़वा सरपंच सीटू नेता रमाकांत तिवारी आदि नेताओं ने कंपनी के प्रबंधको पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि उनकी मनमानी नहीं चलेगी और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
आएदिन हो रही मारपीट की घटनाएं
जेपी कंपनी को जब से अल्ट्राटेक कंपनी ने खरीदा है तभी से कंपनी में आएदिन कोई-कोई घटना घट रही है। कंपनी के पुराने कर्मचारियों को पहले हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई जिससे कर्मचारियों में आक्रोश हुआ और वे आंदोलन की राह पर चल पड़े। इसके बाद कुछ पुराने कर्मचारियों को काम तो दिया गया लेकिन उनको वह सम्मान नहीं दिया जा रहा है, जिसके वे हकदार है। नए ठेकेदार के कर्मचारियों से पुराने कर्मचारियों की प्रतिदिन झड़प होती है। कारण है पुराने कर्मचारियों को काम का माद्दा अधिक है। वहीं इस मामले को लेकर कंपनी प्रबंधन बेफिक्र बना हुआ है। अभी पांच कर्मचारियों को नए श्रमिकों ने घायल किया है, आगे कोई बड़ी घटना कंपनी के अंदर हो सकती है। इस पर प्रशासन को भी सक्रिय होने की जरूरत है।
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