सोलर पॉवर प्लांट में गांवों से आने वाले कर्मचारियों को अवकाश पर भेजा
रीवाPublished: Apr 02, 2020 04:18:32 pm
प्लांट में रह रहे कर्मचारियों की हर दिन होती है स्क्रीनिंग, बिजली उत्पादन पहले की तरह ही होने का दावा
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रीवा. अल्ट्रामेगा सोलर पॉवर प्लांट में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ नजर आने लगा है। यहां पर स्थित तीन इकाइयों में बिजली का उत्पादन तो बंद नहीं हुआ है लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी गई है। कंपनियों में आसपास के गांवों के बड़ी संख्या में कर्मचारी और श्रमिक काम करते हैं, जिसमें से इनदिनों अधिकांश को रोक दिया गया है। प्लांट परिसर में बनाए गए आवासों में जो कर्मचारी हैं, वही सुरक्षा एवं बिजली उत्पादन के संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बताया गया है कि बिजली उत्पादन को अत्यावश्यक सेवा की श्रेणी में रखा गया है, इसलिए लॉकडाउन के बावजूद बिजली उत्पादन नहीं रोका गया है। इस प्लांट में गुढ़, बदवार, मनिकवार आदि क्षेत्रों के हर दिन सैकड़ों की संख्या में श्रमिक काम के लिए पहुंचते रहे हैं। वहीं समीपी जिले सीधी के बडख़रा, मोहनिया, गनौड़, भेल्की, बड़ोखर, कोष्टा, ममदर, मल्देवा आदि से भी हर दिन श्रमिक एवं सुरक्षा व्यवस्था में लगे कर्मचारी आते रहे हैं। जिसमें से अधिकांश को छुट्टी पर भेजा गया है और कहा गया है कि वह अपने घरों के भीतर ही रहें। प्लांट परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की हर दिन स्क्रीनिंग की जा रही है। कुछ कर्मचारियों की सेहत ठीक नहीं होने के चलते उन्हें घर पर ही विश्राम के लिए कहा गया है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के कार्यपालन यंत्री एसएस गौतम बताते हैं कि बिजली उत्पाद अत्यावश्यक सेवा में शामिल होने के चलते पहले की तरह ही बिजली तैयार हो रही है। कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के तहत हर दिन कर्मचारियों के स्वास्थ्य का परीक्षण के लिए कंपनियों को निर्देश जारी किया है।