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यूपी के अधिकारियों की मनमानी से बार्डर पर प्रवासी श्रमिकों की बढ़ी परेशानी, भड़के मजदूर तब झुका प्रशासन

locationरीवाPublished: May 23, 2020 01:15:33 am

Submitted by:

Anil singh kushwah

चाकघाट पर लगातार बढ़ रही थी लोगों की भीड़, विरोध पर चेता उप्र प्रशासन तो स्थिति में आया सुधार

Workers on the border increased due to arbitrary UP

Workers on the border increased due to arbitrary UP

चाकघाट. कोरोना वायरस के कारण दक्षिण भारत के विभिन्न प्रान्तों से उत्तर प्रदेश, बीहार एवं बंगाल की ओर जाने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए चाकघाट होकर जाना सहज मार्ग था जिसके कारण हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गांव के लिए इसी मार्ग आए। चाकघाट की सीमा से ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की सीमा प्रारंभ होती है। लेकिन उ.प्र. की सीमा वहां के अधिकारियों के तुगलकी फरमान के कारण बिना किसी सूचना के बंद कर दी जाती थी। ऐसी स्थिति में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर चाकघाट में रूकने के लिए बाध्य होते थे। जिससे उनकों खाने-पीने की कठिनाई से गुजारना पड़ा। हालांकि बाद में विरोध किए जाने के बाद यूपी सरकार चेती और अब बार्डर पर हालात सामान्य हैं।
चाकघाट पर बढ़ रही थी लोगों की भीड़
त्योंथर के एसडीएम एमपी बरार, नायब तहसीलदार अंकित मौर्या व राजस्व विभग के अन्य अधिकारी अपने स्तर पर व्यवस्था बनाने में लगे रहे। पुलिस विभाग के नवागत त्योंथर एसडीओपी, थाना प्रभरी सोनू कुर्मी अपने बल एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों के साथ श्रमिकों के सामान्य निकासी एवं शांति सुरक्षा के लिए काम किया। अब स्थिति यह हे कि लाउडस्पीकर से बुलाकर प्रवासी श्रमिकों को भोजन कराया जा रहा है और बसें उपलब्ध कराई जा रही हैं। यूपी के आइजी कविन्द्र प्रताप सिंह एवं जिलाधिकारी एवं अन्य प्रमुख अधिकारी यहां की स्थिति पर बराबर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि इस समय प्रवासी श्रमिकों का आना कम हो गया है।
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