विश्व रक्तदान दिवस : 42 यूनिट ब्लड के भरोसे 27 लाख की आबादी, रक्तदाताओं का टोटा
रीवाPublished: Jun 14, 2021 11:27:04 am
संजय गांधी अस्पताल के ब्ल्ड बैंक में ए निगेटव-पॉजिटिव एक-एक यूनिट रक्त उपलब्ध, जिला अस्पताल में 20 यूनिट ब्लड, निगेटिव ग्रुप में एक भी यूनिट रक्त उपलब्ध नहीं
Blood bank will give blood
रीवा. विंध्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल संजय गांधी अस्पताल (एसजीएमएच) से लेकर जिला अस्प्ताल में रक्तदानदाताओं का टोटा है। दोनों ब्लड बैंक को मिलाकर 42 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। सबसे अधिक कमी निगेटिव ब्लड की है। 27 लाख की आबादी में ब्लड दान करने वाले आगे नहीं आ रहे हैं। मेडिकल कालेज परिसर में एसजीमएच-जीएमएच और सुपर स्पेशलिटी को मिलाकर 1400 बेड के अस्पताल में भगवान भरोसे मरीजों का इलाज का चल रहा है।
एसजीएमएच में 21 यूनिट ब्लड उपलब्ध
अस्पताल में मरीजों की जिंदगी ब्लड एक्सचेंज के भरोसे है। एसजीएमएच के ब्लड बैंक में रविवार को शाम की स्थित में महज 21 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। जबकि ब्लड बैंक में रक्त रखने की क्षमता 400 यूनिट से अधिक है। ब्लड बैंक में ए, बी, एबी व ओ निगेटिव व पॉजिटिव दोनों प्रकार के रक्त की कमी है। लेकिन, ब्लड बैंक में कोरोना काल के दौरान रक्तदानदाताओं की कमी बढ़ गई है। जिला अस्पताल में रक्तदान के लिए चलित बैन चालू की गई है। इसके बाद भी ब्लड दान के लिए लोग आगे नहीं आ रहे हैं।
ए पॉजिटिव 6 यूनिट ब्लड
एसजीएमएच व जीएमएच में करीब 1200 बेड के अस्पताल में महज 21 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। जिसमें ए पॉजिटिव 6 यूनिट, बी पॉजिटिव 2 यूनिट, एबी पॉजिटिव 3 यूनिट। एक निगेटिव एक यूनिट, बी निगेटिव एक यूनिट व एबी निगेटिव एक यूनिट कुल मिलाकर ब्लड 16 यूनिट व पैक्डसेल महज 5 यूनिट उपलब्ध है। एक पॉजिटिव ब्लड में बच्चों को उपयोग होने वाला महज 6 यूनिट है।
ब्लड बैंक में 200 प्लाजमा अनुउपयोगी
एसजीएमएच के ब्लड बैंक में 200 प्लाजमा का उपयोग करीब दो साल से नहीं हुआ। जिससे रिजेक्ट कर दिया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक प्लाजमा ब्लड बैंक में अधिकम एक साल तक रखा जा सकता है। रेकार्ड के अनुसार उपयोग के लिए 200 से अधिक प्लाजमा उपलब्ध है।
निगेटिव ग्रुप का भी भी यूनिट ब्लड नहीं
जिला अस्पताल में 20 यूनिट रक्त ब्लड बैंक में उपलब्ध है। ब्लड बैंक की प्रभारी डॉ किरन के मुताबिक अस्पताल के ब्लड बैंक में 20 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। निगेटिव ग्रुप का ब्लड एक भी यूनिट नहीं है। कोरोना काल के दौरान रक्तदानदाताओं को सहूलियत के लिए चलित बैन की व्यवस्था की गई है। कोरोना काल में लगभग 50 यूनिट ब्लड रक्तदानदाताओं ने किया है।