जिले से रुपए ऐंठ कर फरार होने वाली चिटफंड कंपनियों की संख्या कम नहीं है। दर्जनों की संख्या में कंपनियां पिछले दस सालों के अंतराल में हजारों लोगों को चूना लगाकर फरार हो चुकी है। धन दुगना करवाने का झंासा देकर पैसा जमा करवाती है और रातोंरात सारा पैसा समेटकर चंपत हो जाती है। इन कंपनियों के खिलाफ सिविल लाइन, विवि, सोहागी, हनुमना, चोरहटा सहित कई थानों में मामला दर्ज है लेकिन ज्यादातर आरोपी अभी फरार है और पीडि़त अपने रुपए पाने के लिए भटक रहे है।
* ऑनलाइन फ्राड करने वाले लोगों को लाटरी व इनाम फंसने का झांसा देते है। इनाम के लालच में जब लोग आ जाते है तो उनसे पैसा जमा करवाते हंै। लालच में लोग रुपए जमा करते जाते हंै।
* बैंक का मैनेजर व अधिकारी बनकर भी लोगों को फोन लगाते हंै और उनके एटीएम व पासवर्ड की जानकारी प्राप्त कर खाते से रुपए निकाल लेते हंै।
* धन दुगना करने का झांसा देकर चिटफंड कंपनियां रुपए जमा करवाती है और लालच में आकर लोग बिना कुछ जाने रुपए जमा करवाते हैं। बाद में उनके रुपए लेकर कंपनिया फरार हो जाती है।
* एटीएम मशीन को हैक करके आरोपी लोगों की मदद के बहाने अंदर आ जाते है और उनका पासवर्ड देख लेते है। बाद में उनका एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपए निकाल लेते है।