परिजनों का आरोप है कि बेटी के साथ अनहोनी की खबर गौरझामर थाने को दे दी गई थी लेकिन किसी ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। इलाज के लिए डॉक्टर भी पहले पुलिस के आने और बयान लेने का कहकर पल्ला झाड़ते रहे। रात में जब पुलिस को बेटी ने दरिंदगी के बारे में बताया तब अधिकारियों में हलचल हुई। गैंगरेप की सूचना पर एसडीओपी अजित पटेल के आदेश पर देवरी थाने में प्रवेंद्र, राजेश व दो नाबालिगों सहित उनकी सहयोगी महिला ममताबाई के विरुद्ध शून्य पर केस दर्ज कर उसे विवेचना के लिए गौरझामर पुलिस को भेजा है।
मामला गरमाते ही आरोपी गिरफ्तार
देवरी विधायक हर्ष यादव ने पुलिस और प्रशासन पर गैंगरेप का मामला दबाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि पीडि़ता को सागर रेफर किए जाने की गलत जानकारी दी गई जबकि १०वीं छात्रा स्वास्थ्य केंद्र में ही भर्ती थी। गौरझामर थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी गई और देवरी में भी उपचार को लेकर लापरवाही की गई। मामला गरमाने के बाद पुलिस ने दो युवकों समेत दो नाबालिग व उनका साथ देने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
10 लाख की सहायता देने की मांग
रेफर किए जाने के बाद विधायक हर्ष यादव, जनपद अध्यक्ष आंचल आठ्या, समर्थकों के साथ मुंह पर कालीपट्टी बांधकर धरने पर बैठ गईं। उन्होंने पीडि़त छात्रा के समुचित उपचार और परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने की मांग की। इसके साथ ही विधायक ने शिकायत की अनदेखी व उपचार में टाल-मटोल करने वाले पुलिसकर्मी व डॉक्टर को निलंबित करने की मांग की। इसके बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने शाम करीब छह बजे ज्ञापन लेकर आश्वास्त किया, जिसके बाद विधायक धरने से उठ गए।
कांग्रेसजनों के पहुंचने से पहले की छुट्टी
मामले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत के जिला अस्पताल पहुंचने के पहले ही बच्ची की छुट्टी कराकर पुलिस पीडि़ता को देवरी ले गई। यह आरोप कांग्रेस ने लगाए हैं। प्रवक्ता वीरेन्द्र गौर ने बताया कि सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर कांग्रेस जनों से जिला अस्पताल पहुंचने का आह्वान किया था। जब पार्टी नेता अस्पताल पहुंचे तो सिविल सर्जन आइएस ठाकुर ने बताया कि बच्ची का परीक्षण डॉ.योगमाया पौराणिक ने डफरिन में कर उसकी छुट्टी कर दी है। घटना से नाराज कांग्रेसियों ने मकरोनिया स्थित दीनदयाल नगर चौराहे के पास विरोध प्रदर्शन किया। देवेन्द्र फुसकेले, सुरेन्द्र सुहाने,राजकुमार पचौरी,राजेश्वर सेन,दीपक दुबे,अभिषेक गौर,राहुल सेन,अमित दुबे सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।