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जिले की 11 बैंकों से ऋण लेने वाले 1.12 लाख किसानों की रिपोर्ट तैयार

locationसागरPublished: Jan 17, 2019 10:03:18 pm

23 में से 9 बैंक का डाटा नहीं हो सका तैयार, फार्म के लिए भी भटक रहे किसान, पंचायतों व निकायों में अब तक नहीं पहुंचे फार्म।
 

जिले की 11 बैंकों से ऋण लेने वाले 1.12 लाख किसानों की रिपोर्ट तैयार

जिले की 11 बैंकों से ऋण लेने वाले 1.12 लाख किसानों की रिपोर्ट तैयार

सागर. मुख्यमंत्री ऋणमाफी को लेकर जिले में चल रही प्रक्रिया मंे अब तक तेजी नहीं आ सकी है। योजना के शुभारंभ के तीन दिन बीत चुके हैं और अब तक 23 में से 11 बैंक ही अपना डाटा साइट पर अपलोड कर सकीं हैं। इसमें जिले के 1 लाख 12 हजार के करीब उपभोक्ताओं के ऋण माफी के फार्म भरे जाने हैं, लेकिन फार्म जमा करने की प्रक्रिया भी धीमि नजर आ रही है। जिम्मेदार अधिकारी भले ही पर्याप्त मात्रा में फार्म होने की बात कर रहे हों, लेकिन किसानों पंचायतों और नगरीय निकायों तक किसानों की संख्या के आधे भी फार्म नहीं पहुंच सके हैं।

– इन बैंकों का अपलोड हुआ डाटा
लीड बैंक से मिली जानकारी के अनुसार जिले की कुल 23 बैंकों का डाटा अपलोड किया जाना है, जिसमें से अभी तक 11 बैंकों का डाटा साइट पर अपलोड हो चुका है। जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बडौदा, कॉर्पोरेशन बैंक, देना बैंक, आइडीबीआई बैंक, इंडियन बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, विजया बैंक, मध्यांचल ग्रामीण बैंक और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शामिल हैं।

– इन बैंकों का डाटा नहीं हुआ अपलोड
जानकारी के अनुसार जिले की 9 बैंकों का डाटा अभी तक अपलोड नहीं हो सका है। जिसमें आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्श, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। जबकि कैनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक का डाटा तो अपलोड हो गया है, लेकिन गुरुवार तक वह साइट पर नजर नहीं आया है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी शुक्रवार तक काम पूरा होने की संभावना जता रहे हैं।

– पंचायत/निकायों तक नहीं पहुंचे फार्म
कर्ज माफी को लेकर कुछ जगहों पर अधिकारियों की सुस्ती स्पष्ट रूप से नजर आ रही है। व्यवस्था के लिए ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्र में निकायों में फार्म उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन योजना के शुभारंभ के तीन दिन बाद तक पर्याप्त मात्रा में फार्म पंचायतों को नहीं मिले हैं। हालात यह हैं कि जिस ग्राम पंचायत में डेढ़ सौ से दो सौ किसानों की सूची चस्पा की गई है वहां पर तीनों कलर, सफेद, हरा और गुलाबी के 30-30 फार्म भी उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। वहीं निकाय की बात करें तो जिले की अधिकांश निकायों में एक भी फार्म नहीं पहुंचा है।

– कृषि विभाग सबसे पीछे
योजना को लेकर वैसे तो सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं, जिसमें बैंक, पंचायत विभाग और राजस्व का अमला तो सक्रिय नजर आ रहा है, लेकिन लेकिन किसानों की सभी प्रकार की जानकारी रखने वाला कृषि विभाग अभी भी सुस्त दिख रहा है। विभाग के अधिकारी न तो अन्य विभागों से संपर्क कर रहे हैं और न ही किसी प्रकार की जानकारी को लेकर अपडेट दे रहे हैं।

– 11 बैंकों के किसानों का डाटा तैयार
अभी तक 1.12 लाख किसानों का डाटा हमारे पास आ चुका है। पंचायतों में भेजी गई सूची में हो सकता है कुछ किसानों के नाम न हों, लेकिन उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि वर्तमान में चस्पा सूची में कुछ बैंकों के किसान शामिल नहीं हैं। शुक्रवार तक सभी २३ बैंकों का डाटा उपलब्ध हो जाएगा।
चंद्रशेखर शुक्ला, सीइओ, जिला पंचायत

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