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Breaking दो बेटियों का गला घोंटा,पत्नी ने फंदे पर झूलकर दी जान, खुद लटका तो फंदा खुल गया

locationसागरPublished: Nov 07, 2019 05:06:37 pm

Submitted by:

Samved Jain

बम्होरी रेंगुआ में एक परिवार में तीन सदस्यों की मौत से सनसनी, पति गंभीर

Breaking दो बेटियों का गला घोंटा,पत्नी ने फंदे पर झूलकर दी जान, खुद लटका तो फंदा खुल गया

Breaking दो बेटियों का गला घोंटा,पत्नी ने फंदे पर झूलकर दी जान, खुद लटका तो फंदा खुल गया

सागर. मोतीनगर थाना अंतर्गत बम्होरी रेंगुवा में गुरुवार सुबह एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा आत्महत्या की खबर से हड़कंप मच गया। खबर लगने पर मोती नगर पुलिस और अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंच गए. जानकारी के अनुसार बम्होरी रेंगुवा निवासी मनोज कुशवाहा पटेल उम्र 33 भवनों में पुट्टी का काम करता था। वह अपने पिता के साथ ठेके पर खेती में मदद करता थाI बुधवार रात वह पिता को खेत पर भोजन देकर घर लौटा और पत्नी और बच्चियों के साथ खाना खाकर कमरे में सो गए.सुबह मनोज कमरे के फर्श पर तड़पता मिला जबकि पत्नी और दो बेटियों की सांस थम चुकी थी।
मनोज की मां ने बताया कि रात आठ बजे मनोज पिता को खेत पर खाना देकर लौटा था। 7 साल की जुड़वा बेटियों ने से एक संध्या उनके पास सो रही थी जबकि दूसरी सुलेखा (8) सोनम (8) जिया( 5 माह) और बहू पूनम (31) एक साथ घर के दूसरे हिस्से में मनोज के साथ सो रहे थे।
रात करीब 3 बजे 7 साल की बेटी सुलेखा के रोने पर मनोज उसे अपनी मां के पास छोड़ आया। सुबह 5.30 बजे उसकी मां प्रेम रानी जब जागी तो मनोज पटेल के कमरे के गेट खुले देखे। काफी देर तक जब बेटा या बहू बाहर नहीं आए तो प्रेमरानी कमरे में पहुंची। कमरे का दृश्य देखकर प्रेम रानी घबरा गई। कमरे में फर्श पर मनोज पड़ा हुआ छटपटा रहा था जबकि पलंग पर बहू और दो पोतियां कंबल में ढकी हुई थी। प्रेमरानी ने कंबल हटा कर बहू और बच्चियों को हिलाया लेकिन उनके शरीर में कोई हरकत नहीं। प्रेम रानी की चीख सुनकर आसपास से लोग दौड़कर आ गए। कमरे में पंखे से बंधी रस्सी लटक रही थी। मनोज के गले पर निशान फंदे पर झूलकर आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे थे।
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सूचना पर पहुंची 108 एंबुलेंस की मदद से मनोज पटेल उसकी पत्नी और दोनों बच्चियों को ग्रामीणों ने जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने मनोज को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया जबकि उसकी पत्नी पूनम और बेटी सोनम बा जिया को मृत घोषित कर सब मसूरी में रखवा दिए गए एडिशनल एसपी राजेश व्यास ने बताया कि मनोज पटेल की हालत गंभीर बनी हुई है इस वजह से उससे आत्महत्या को लेकर पूछताछ नहीं की जा सकी है घटनास्थल पर मृतक के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें की पति पत्नी की सहमति से आत्महत्या की बात लिखी हुई है सुसाइड नोट में मनोज ने आर्थिक तंगी और मनचाहा जीवन ना जीने की मजबूरी से परेशान होकर आत्महत्या की बात भी लिखी हुई है भावनात्मक पत्र में कई और बातों का उल्लेख है फिलहाल पत्र को जांच में ले लिया गया है उसे हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के पास भी भेजा जा रहा है.
घटनास्थल पर पहुंचे सीएसपीआरडी भारद्वाज ने बताया कि मनोज की 4 पुत्रियां हैं उसकी शादी करीब 9 वर्ष पहले हुई थी सबसे बड़ी बेटी 8 साल की है जबकि दो बेटियां सुलेखा और संध्या जुड़वा हैं और उनकी आयु 7 वर्ष है सबसे छोटी बेटी 5 माह की थी पुलिस आत्महत्या की वजह को लेकर पड़ताल कर रही है घटनास्थल पर परिजन और ग्रामीणों के साथ भी इस घटनाक्रम मनोज की आर्थिक स्थिति और उसके कामकाज के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है पुलिस ने मौके से मनोज का मोबाइल भी ज़ब्त किया है।
फंदे पर झूलने तक सुसाइड नोट में लिखी हर बात :-

सीएसपी आरडी भारद्वाज ने मनोज कुशवाहा पटेल की आत्महत्या से पहले उसके द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट के बारे में बताया। उनका कहना था कि मनोज ने पत्नी और बच्चों सहित आत्महत्या का पहले से ही मन बना लिया था। बुधवार रात घर लौटने के बाद से सुबह फंदे पर झूलने तक की हर बात मनोज ने सुसाइड नोट में लिखी है। उसने खत की शुरुआत में पत्नी और परिवार के लोगों से अच्छे संबंध होने और आत्महत्या भी पत्नी की सहमति से करने का जिक्र किया है। हांलाकि मनोज स्वयं बच गया।
इस भावनात्मक पत्र में मनोज ने लिखा है कि वह पत्नी के साथ जैसी शानदार जिंदगी जीना चाहता था वह नहीं जी पा रहा था। क्योंकि उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी। उसने रात करीब 3.15 बजे लिखा की पत्नी ने मेरे सामने मेरे कहने पर फंदे पर झूल कर जान दे दी। पहले मैंने दोनों बेटियों को अपने हाथों से मार डाला पत्नी ने कहा यह बुरा काम है लेकिन मैंने इसे कर दिया। पूनम को फंदे पर देख मेरे हाथ पांव कांप रहे हैं। मैंने उसके मुंह पर परिवार में पुलिस किसी को परेशान ना करें क्योंकि सब बहुत अच्छे हैं और उन्हें बहुत चाहते हैं। उसने लिखा कि मैंने आत्महत्या से पहले घर के दरवाजे खुले छोड़ दिए हैं क्योंकि पता है सुबह 6 बजे तक कोई नहीं आएगा।
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