जिले के सरकारी और निजी स्कूलों में पढऩे वाले पहली से 12वीं कक्षा तक के चार लाख ८१ हजार ५६ पात्र छात्रों का समग्र छात्रवृत्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जाना था, लेकिन इनमें से मात्र एक लाख ४८१३८९ छात्रों का ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया और जिले के ३६६७ छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन नहीं किए गए। जबकि पोर्टल पर मैपिंग चार लाख ८५ हजार ५६ विद्यार्थियों की दी गई है। इससे पोर्टल पर यह रजिस्ट्रेशन से वंचित इन छात्रों की रिपोर्ट स्पष्ट तौर पर दिख रही है। फिर भी इस पर स्कूल और आहरण अधिकारियों द्वारा ध्यान देना तो दूर की बात, जिम्मेदार डीईओ और डीपीसी भी इस पर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
नहीं दिखाई गंभीरता
छात्रवृत्ति के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त ने प्राईवेट और सरकारी स्कूलों के बच्चों का पात्रता अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी को छात्रवृत्ति वितरण का जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया था। इसके लिए पिछले एक माह से पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन चल रहा है लेकिन अब कई संकुल के विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। साथ ही समीक्षा करके शासन ने बार-बार पत्र भी भेजे। इसके बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने रजिस्ट्रेशनों पर कोई ध्यान नहीं दिया।
इन संकुल के हैं २ हजार से अधिक विद्यार्थी
जानकारी के अनुसार बिलेहरा, एमएलबी स्कूल (क्रं१), कन्या स्कूल गौरझामर, मेहर, राहतगढ़, उत्कृष्ट स्कूल राहतगढ़, भानगढ़, सहजपुर, बांदरी और बीना क्रं संकुल के विद्यार्थियों के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं हुए हैं। इन केंद्रों के २ हजार से अधिक विद्यार्थीं हैं जो रजिस्ट्रेशन से वंचित रह गए हैं।
जिन संकुल से रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाए हैं, उन्हें जल्द रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया है। जिला का कोई बच्चा छात्रवृत्ति से वंचित नहीं होगा।
अजब सिंह, डीइओ