नगर निगम परिषद की बैठक में केमिस्ट का मामला करीब दस बार उठ चुका है। बीते दिनों जलसंकट को लेकर आयोजित हुई परिषद की विशेष बैठक में पार्षदों ने केमिस्ट के मामले को लेकर प्रदर्शन किया था और जल्द से जल्द किसी केमिस्ट की नियुक्ति करने की मांग की थी। निगम के जलप्रदाय विभाग के कर्मचारी अंदाज से पानी में ब्लीचिंग पाऊडर, एलम मिला रहे हैं, जिसके परिणाम कई बार सामने आ चुके हैं।
राजघाट की पेयजल वाली पाइप-लाइनों से लोगों को घरेलू कनेक्शन दिए गए हैं। इनकी छोटी पाइप-लाइन नाले-नालियों में से निकाली जाती है। घरेलू लाइनों में लीकेज की गुंजाइश बहुत कम है, लेकिन राजघाट की पाइप-लाइनों में लीकेज होने के कारण नाले-नालियों का दूषित पानी राजघाट के पानी में मिलकर घरों तक पहुंच जाता है। यही वजह है कि जलापूर्ति होने पर नलों से 10 से 15 मिनट तक गंदा व मटमैला पानी बाहर निकलता है।
03 लाख है शहर की आबादी
1.5 लाख से ज्यादा है मकरोनिया में लोगों की संख्या
01 लाख के करीब केंट और सेना की जनसंख्या राजघाट बांध से हर दिन शहर में 60 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती है अनुमान के मुताबिक 15 से 20 एमएलडी पानी लीकेज और पब्लिक नलों के जरिए नालियों में बह जाता है। शहर में एक लाख से ज्यादा नल कनेक्शनधारी हैं, जिसमें वैध नल कनेक्शनधारियों की संख्या मात्र ३३ हजार है।
18 वार्ड मकरोनिया
07 वार्ड केंट