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दस्तावेज सत्यापन के लिए कॉलेजों में उमड़े विद्यार्थी, प्रवेश की पहली लिस्ट २२ को

locationसागरPublished: Jun 20, 2018 05:32:49 pm

नए शैक्षणिक सत्र में प्रवेश के लिए मंगलवार को स्नातकोत्तर कक्षाओं (पीजी) में वेरिफिकेशन की आखिरी तारीख में कॉलेजों में भीड़भाड़ रही।

A lot of students reached college For document verification

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सागर. नए शैक्षणिक सत्र में प्रवेश के लिए मंगलवार को स्नातकोत्तर कक्षाओं (पीजी) में वेरिफिकेशन की आखिरी तारीख में कॉलेजों में भीड़भाड़ रही। गल्र्स डिग्री कॉलेज में पहले दिन यूजी और पीजी की साढ़े चार हजार से अधिक छात्राओं का वेरिफिकेशन हुआ, जबकि आर्ट्स एण्ड कॉमर्स कॉलेज में करीब ३३०० विद्यार्थियों ने अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराया।
२२ जून को पीजी कक्षाओं में प्रवेश की पहली सूची जारी की जाएगी, जिसकी फीस उसी दिन से भरी जाएगी, जबकि २३ जून को यूजी की लिस्ट आएगी, जिसकी फीस २५ जून से भरी जाएगी।
नए कॉलेजों का हाल
शासन द्वारा जिले में बांदरी, खिमलासा और नरयावली में तीन नए कॉलेज इस वर्ष से संचालित किए जा रहे हैं, इसके लिए पिछले दिनों कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद प्रवेश प्रक्रिया की तारीख भी बढ़ा दी गई, लेकिन इन कॉलेजों में सीटों के हिसाब से बच्चे प्रवेश के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। तीनों कॉलेजों में करीब १२०० सीटें हैं, हालांकि इनमें कम सीट होने पर दूसरे कॉलेजों में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को उनकी सहमति पर नए कॉलेजों में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
९वीं के १९ हजार बच्चों का ज्ञान परखेगा विभाग
शिक्षा के अधिकार के तहत कक्षा आठवीं में उत्तीर्ण होकर ९वीं में आए बच्चों के बेसलाइन सर्वे का दूसरा चरण २५ जून से शुरू होगा। इसमें जिलेभर के सरकारी स्कूल के १९ हजार बच्चे शामिल होंगे। जिला शिक्षा कार्यालय ने सभी स्कूल के प्राचार्यों को परीक्षा का कार्यक्रम तय कर परीक्षार्थियों की संख्या बताने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक ८वीं तक फेल न होने के कारण ९वीं में कई बच्चे एेसे भी आ जाते हैं, जो जोड़, घटना, इमला, नकल जैसी मूलभूत जानकारी भी नहीं जानते। एेसे बच्चे ९वीं की परीक्षा तो किसी तरह उत्तीर्ण कर लेते हैं लेकिन १०वीं बोर्ड में उन्हें असफलता हाथ लगती है। साथ ही इनकी वजह से स्कूलों का प्रदर्शन भी खराब होता है। इसी को देखते हुए विभाग ने ८वीं के बच्चों का बेसलाइन सर्वे (परीक्षा) लेने को कहा है, जिसमें उनसे कक्षा ३, ५ और ८वीं के कोर्स की गणित, हिंदी, अंग्रेजी जैसे कोर्स का बेसिक ज्ञान परखा जाएगा।
स्कूल स्तर पर आयोजित इस परीक्षा के बाद बेसिक शिक्षा में कमजोर बच्चों को शॉर्ट आउट कर उन्हें अलग से ब्रिज कोर्स (विशेष कक्षाएं) लगाकर कक्षा आठवीं तक का बेसिक ज्ञान दिया जाएगा।

फरवरी महीने में जिले के २० हजार बच्चों का पहले ही बेस
लाइन सर्वे किया जा चुका है, शेष बच्चों का ३१ जुलाई तक किया जाएगा। कमजोर बच्चों को स्कूल में ही नियमित कक्षाओं के अलवा विशेष कक्षाओं में उन्हें कम से कम आठवीं कक्षा तक की गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और हिंदी विषय के शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाएगा।

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