सागरPublished: Mar 19, 2023 08:46:45 pm
sachendra tiwari
कार्रवाई की मांग को लेकर पांच घंटे तक चौराहे पर किया चक्काजाम
बीना. बारधा गांव में रविवार को एक युवक की छोटी सी बात को लेकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद परिजनों ने सर्वोदय चौराहा पर चक्काजाम कर दिया और पांच घंटे तक प्रदर्शन करते रहे, इसके बाद शाम करीब साढ़े चार बजे एएसपी व एडीएम की समझाईश के बाद लोगों ने धरना खत्म किया।
दरअसल शुक्रवार की दोपहर में सचिन पिता खेमचंद अहिरवार (24) निवासी बारधा अपने दोस्त राहुल अहिरवार के साथ गांव से अपने घर जा रहा था, तभी सामने से ब्रजेश साहू ट्रैक्टर लेकर आ रहा था। इस दौरान सचिन की बाइक बंद हो गई, तो राहुल ने बाइक बंद होने पर गाली दी, जिसे सुनकर ब्रजेश ने कहा गाली किसे दे रहे हो और राहुल अहिरवार को चांटा मार दिया, इसके बाद सभी घर चले गए। शनिवार सुबह करीब 7.45 बजे वह अपने पिता खेमचंद अहिरवार व चाचा पूरन के साथ घर के बाहर खड़ा था, उसी समय ब्रजेश साहू, ओमप्रकाश साहू, राहुल साहू एवं अमन साहू वहां पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दी। तभी सचिन का भाई राजकुमार पिता खेमचंद अहिरवार (32) घर से बाहर निकला, तो ब्रजेश ने उसे गोली मार दी। आरोपियों ने मृतक के पिता, मां, भाई, चाचा के साथ भी मारपीट की। राजकुमार को गोली लगने के बाद परिजनों ने डायल 100 व 108 एंबुलेंस को फोन लगाकर बुलाया, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंची और परिजन उसे ट्रैक्टर में रखकर अस्पताल लेकर आए। जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 294, 323, 324, 34, आम्र्स एक्ट व एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
चौराहा पर पांच घंटे तक किया चक्काजाम
मृतक के परिजनों ने पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और शव का पीएम न कराते हुए सर्वोदय चौराहा पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस की समझाईश पर वह मान गए और पीएम कराने के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन इस दौरान आरोपियों की संख्या एफआइआर में कम होने की बात को लेकर वह वापस सुबह करीब ग्यारह दस बजे शव लेकर सर्वोदय पहुंचे और चारों रास्तों को बंद कर कार्रवाई की मांग को लेकर चक्काजाम किया। इस दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
विधायक, अधिकारी किसी की नहीं सुनी
इस दौरान लोगों ने किसी की नहीं सुनी व आरोपियों की गिरफ्तारी और नाम बढ़ाने को लेकर अड़े रहे। विधायक महेश राय मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाईश दी, लेकिन उन्होंने उनकी भी सुनी। इसके बाद भी तहसीलदार जीएस पटेल, नायब तहसीलदार ऋतु सिंघई लोगों को मनाने में लगे रहे, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। इसके बाद एएसपी ज्योति सिंह और अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी मौके पर पहुंचीं, करीब आधा घंटा की समझाईश के बाद लोगों ने प्रदर्शन खत्म कराया। साथ ही शव को पीएम के लिए भेजा जा सका।
एसडीओपी व अनुसूचित जाति आयोग सदस्य की हुई नोंक झोंक
प्रदर्शन स्थल पर अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) प्रदीप अहिरवार पहुंचे और आते ही एसडीओपी प्रशांत सुमन से कहा कि आप लोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। घंटों से लोग मांग को लेकर बैठे हैं, जिसपर एसडीओपी ने कहा कि आप बिना कुछ जाने आरोप नहीं लगा सकते। पहले घटनाक्रम और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ले लें। इसके बाद सभी लोग फिर से थाने पहुंचे और अन्य नौ आरोपियों के नाम थाना प्रभारी कमल निगवाल को दर्ज कराए। इसके अलावा लोगों की मांग पर आरोपियों का घर तोडऩे, मृतक की पत्नी को पेंशन देने व मुआवजा देने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया।
विवेचना में बढ़ाए जाएंगे नाम
परिजनों की मांग पर घटना में शामिल अन्य आरोपियों के नाम बढ़ाए जाएंगे। पुलिस ने तत्काल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी के आरोपियों की तलाश के लिए टीम को रवाना किया गया है।
ज्योति सिंह, एएसपी, बीना