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अफसरों और नेताओं को ब्लैकमेल कर लाखों कमाए हैं दोनों, IT ने 15 साल के निवेश की जानकारी मांगी

locationसागरPublished: Jan 04, 2020 04:50:21 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

दोनों ने छतरपुर और सागर में किए हैं कई निवेश

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सागर/ बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की आरोपी श्वेता विजय जैन और आरती दयाल की प्रॉपर्टी की पड़ताल आयकर विभाग ने शुरू कर दी है। दोनों के करीबियों और रिश्तेदारों के निवेश और संपत्ति का ब्यौरा सागर और छतरपुर रजिस्ट्रार कार्यालय से मांगा है। साथ ही इन संपत्तियों को खरीदने के लिए इनके पास रकम कहां से आई, इसकी जांच भी की जा रही है।
इन आरोपियों की सपंत्ति की आयकर विभाग के भोपाल की इनवेस्टिगेशन विंग जांच कर रही है। आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने दोनों जिलों को हनी ट्रैप के चारों आरोपियों का पैन नंबर भेजा है। इनमें सागर की श्वेता विजय जैन और छत्तरपुर की आरती दयाल शामिल है। श्वेता विजय जैन के भआई राजा जैन का भी पैन नंबर पंजीयक को भेजकर जमीन के खरीद-फरोख्त का रिकॉर्ड मांगा है। आयकर विभाग ने पिछले 15 साल में छतरपुर में इन लोगों द्वारा बनाई गई संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा है।
श्वेता का है फार्म हाउस
श्वेता विजय जैन द्वारा कुछ साल पहले बाघराज मंदिर के नजदीक एक आलीशान फार्म हाउस बनवाया गया था। करीब बीस हजार वर्गफीट भूखंड के बीच भव्य घर बनवाया था। हनी ट्रैप उजागर होने से कुछ महीने पहले ही बेच दिया गया था। इसी में बनाए गए कॉटेज नुमा भवन में श्वेता के एनजीओ की गतिविधियों का संचालन होता था।
रकम कहां से आई
आयकर डायरेक्टर के पत्र के बाद से दोनों जिलों के पंजीयक कार्यालय में पिछले पांच साल से लागू ऑनलाइन सिस्टम का रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है। बताया जाता है कि इस पत्र के बाद से पंजीयक कार्यालय में इस पूरी छानबीन को गोपनीयता के साथ किया जा रहा है हालांकि अधिकारी इस संबंध में किसी पत्र या जानकारी जुटाने से इनकार कर रहे हैं। संपत्तियों का ब्यौरा पहुंचने पर आयकर विभाग इन संपत्तियों को खरीदने में उपयोग की गई रकम की वैधानिकता की पड़ताल करेगा।
बिल्डर से लिया था घर
सूत्रों के अनुसार आरती दयाल ने छतरपुर में वर्ष 2017 में छतरपुर के बिल्डर से डूप्लेक्स खरीदा है। जिसके दस्तावेज उप पंजीयक कार्यालय में खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा आरती दयाल ने 17 नवंबर 2014 में चंद्रपुरा पटवारी मौजा में 1500 वर्गफीट का प्लाट खरीदा था। खसरा नंबर 399/2 मिन-6 में आरती दयाल ने ये प्लॉट की रजिस्ट्री कराई थी। ये प्लॉट आरती ने पंकज दयाल से तीन लाख सात हजार रुपये में खरीदा था। जबकि पंकज दयाल ने ये प्लॉट वर्ष 2013 में मन्नीपाल तनय तरिया गड़रिया से खरीदा था। इस जगह अब एक आलीशान कॉलोनी बनाई गई है। जिसमें आरती ने बिल्डर से एक डुप्लेक्स की खरीदी की है।
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