एक युवक हादसे के बाद लड़ रहा जिंदगी और मौत से
सागर
Updated: February 16, 2022 10:11:28 pm
बीना. स्टेशन रोड को चौड़ा करते समय शहर में मुख्य मार्ग पर डिवाइडर बनाए गए थे और इन डिवाइडरों के बीच में क्रासिंग के लिए जगह छोड़ी गई है। जरूरत से ज्यादा जगह-जगह क्रासिंग देने से दुर्घटनाएं हो रही हैं और हादसे बढ़ गए हैं। यहां वाहन 80 से 100 की स्पीड पर फर्राटे भर रहे हैं और यदि कोई वाहन चालक अचानक सामने आता है, तो वाहन को कंट्रोल करना भी मुश्किल होता है। रोड पर डिवाइडर बनाते समय लोगों ने अपनी मनमर्जी के अनुसार बीच में क्रासिंग बनवा ली थीं, जो अब जान की दुश्मन बनने लगी हैं। निश्चित दूरी पर यदि क्रासिंग रखी जाती तो यह हादसे नहीं होते। दरअसल नपा अधिकारियों ने भी तकनीकी खामियों को दूर करने पर ध्यान नहीं दिया था। सर्वोदय चौराहे से बिलगैंया मंदिर तक दो क्रासिंग दी गई हैं, जबकि बीच वाली क्रासिंग जरूरी नहीं थी। केनरा बैंक के सामने, कॉलेज तिराहा से गांधी तिराहे तक चार क्रासिंग दी गई हैं, जबकि यहां सिर्फ एक क्रासिंग की जरूरत थी। जगह-जगह खाली जगह छोडऩे से लोग बिना देखे ही रोड क्रास कर रहे हैं। तेज गति से रोड पर आने वाले वाहनों के सामने क्रासिंग करते हुए वाहन आ जाते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। रविवार को निहार पिता राजेश रैकवार बाइक से सर्वोदय की ओर जा रहा था, जिसके लिए क्रासिंग से अचानक दो युवतियों ने स्कूटी निकालकर टक्कर मार दी, जिससे युवक पास से निकल रहे ट्रैक्टर की चपेट में आ गया, जो जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
रफ्तार पर नहीं नियंत्रण
शहर में वाहनों की रफ्तार कितनी होनी चाहिए किसी वाहन चालक को पता नहीं है और इसका पालन कराने वाला कोई नहीं है। यातायात पुलिस की कमी के चलते नगर के मुख्य, चौराहों, तिराहों तक पर यातायात पुलिस तैनात नहीं रहती है। जिससे लापरवाह और तेज गति से वाहन चलाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती।
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